यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। सेवा समाप्ति पर रोक एवं बाकी वेतन के भुगतान की मांग को लेकर जिला मुख्यालय स्थिति, सीएमओ ऑफिस पहुंचे तो सीएमओ ने कर्मचारियों का ज्ञापन लेने से मना कर दिया काफी वहसक्षहोने के बाद भी ज्ञापन लेने से मना कर दिया और कहा कि कर्मचारियों की मांगों पर गंभीरता से विचार विमर्श किया जाएगा फैसला तो लखनऊ लेना है।
दिए गए ज्ञापन में संविदा चिकित्सा कर्मियों ने कहा कि अपनी जान हथेली पर रखकर करोड़ों कल में हम लोगों ने सेवा की है और तमाम मेडिकलों के बावजूद आदमी सेवा करते आ रहे हैं उन्होंने कहा कि संविदा कर्मियों को नौकरी से निवृत्ति देने के चलते उनके परिवारों में काफी परेशानी आ गई है पिछले दोनों के का बकाया धन भी नहीं दिया गया जिससे एक तरीके से आउटसोर्सिंग कर्मचारी के परिवार के सामने भुखमरी जैसा संकट पैदा हो गया है। कर्मचारियों ने कहा कि उनकी मांगों पर सरकार को सहन भाजी पूर्वक विचार विमर्श करना चाहिए ताकि बड़ी तादाद में मैं लोग बेरोजगार ना हूं अगर साधना देश वापस नहीं तो आउटसोर्स करने मजबूर होकर आत्महत्या जैसी स्थिति में पहुंच जाएंगे विज्ञापन में आउटसोर्स कर्मचारी की सेवाएं बहाल करने और उनका पिछला मानदेय भुगतान कराए जाने की मांग पूरी शिद्दत के साथ की गई।