पचौरी और महाना गुट को पार्टी ने किया दरकिनार; संगठन को अपने पक्ष में करना होगी चुनौती |
यूथ इंडिया, कानपुर। कानपुर नगर लोकसभा सीट को लेकर होली के मौके पर सारे कयास खत्म हो गए हैं। पार्टी ने ब्राह्मण चेहरे के रूप में अप्रत्याशित नाम पर मुहर लगाते हुए रमेश अवस्थी को टिकट थमाया है। ये कयास भी लगाए जा रहे थे कि पार्टी किसी अन्य दावेदार को टिकट थमा सकती है। महाना और पचौरी गुट को दरकिनार करते हुए पार्टी ने बीच का रास्ता निकालते हुए रमेश अवस्थी के नाम पर मुहर लगा दी।
संगठन को साधना होगी चुनौती
रमेश अवस्थी हाल ही में कानपुर में नया मकान बनाया है। इससे पहले वे बांदा लोकसभा से टिकट मांग रहे थे। ब्राह्मण सीट पर यहां संभावनाएं तलाशते हुए यहां राजनीतिक रूप से सक्रिय हो गए। वे सहारा मीडिया ग्रुप में भी बड़े पदों पर रहे। टिकट की दौड़ में आने से पहले उन्होंने सहारा ग्रुप के सभी पदों से इस्तीफा भी दे दिया था।
पहले बांदा से थे दावेदार
रमेश अवस्थी वर्ष 2014 एवं 2019 में बांदा लोकसभा क्षेत्र से लोकसभा टिकट के प्रमुख दावेदार रह चुके हैं। इनके पारिवारिक बड़े भाई डॉ. ब्रह्म दत्त अवस्थी 1967 में भारतीय जनसंघ से टिकट पर फर्रुखाबाद विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं।
छात्र नेता भी रह चुके हैं
अवस्थी वर्ष 1990 में कानपुर विश्वविद्यालय से सम्बन्धित दूसरे सबसे बड़े कॉलेज बद्री विशाल डिग्री कॉलेज में छात्र संघ अध्यक्ष के पद पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के समर्थिक प्रत्याशी के रूप में भारी मतों से जीत चुके हैं।
टिकट घोषणा से पहले पचौरी का पत्र चर्चा में
कानपुर महानगर सीट से मौजूदा सांसद सत्यदेव पचौरी ने तमाम अटकलों को विराम देते हुए खुद ही चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। रविवार को सांसद पचौरी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर खुद चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है।
पत्र में लिखकर खुद किया इंकार
जेपी नड्डा को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि “मैं वर्तमान कानपुर लोकसभा-2024 का चुनाव लड़ने का इच्छुक नहीं हूं। अत: मेरे नाम पर विचार न किया जाए। मैं पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं और पार्टी के द्वारा दिए गए सभी दायित्वों का निर्वहन करता रहूंगा।”