लखीमपुर-खीरी, यूथ इंडिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया।उन्होंने कहा ,” आज दुनिया में भारत का मान और सम्मान बढ़ा है। जब भारत बोलता है तो पूरी दुनिया के देश सुनते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जहां भारत को पहले कोई पूछता नहीं था आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बहुत मजबूती के साथ लाकर खड़ा कर दिया है और अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी भारत की बात सुनी जाती है।”
रक्षा मंत्री के निशाने पर कांग्रेस और सपा रही। उन्होंने कहा ,” सपा और कांग्रेस के लोग कहते थे कि मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे। अब श्रीराम कुटिया से निकलकर महल में पहुंच चुके हैं। देश में रामराज्य की शुरुआत हो गई है।
लखीमपुर खीरी में गृह राज्य मंत्री व प्रत्याशी अजय मिश्र टेनी के लिए जनसभा को संबोधित करते रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह।
पढ़िये रक्षा मंत्री के बयानों की बड़ी बातें
उन्होंने कहा,” यूक्रेन से जब युद्ध चल रहा था तो भारत के तमाम बच्चे वहां पढ़ रहे थे। फंस गए थे। उनके गार्जियन का एक प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री से मिला और कहा कि हमारे बच्चों को वहां से सकुशल वापस निकलवा दीजिए। इस पर प्रधानमंत्री ने यूक्रेन से बात कर 1 घंटे के लिए युद्ध रुकवा दिया। फायरिंग बंद हो गई और भारत के लोग सकुशल देश वापस लाये गये। ये सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने कर दिखाया है।”
फ्री राशन कुछ लोग खाते हैं,कुछ बेचते भी हैं
रक्षा मंत्री ने कहा ,” जब 2014 में हमारी सरकार बनी थी, तब का मिसाइल-रॉकेट सभी दूसरों देशों से आते थे, अब हम अपने देश में यह सब बना रहे हैं और दूसरे देशों को दे रहे हैं। फ्री राशन कुछ लोग खाते भी होंगे और कुछ लोग बेचते भी होंगे। इसमें क्या कर सकते हैं। “
सैम पित्रौदा के बयान पर हमला
सैम पित्रौदा के बयान पर रक्षा मंत्री ने तंस कसते हुए कहा ,” संकेत अच्छे नहीं मिल रहे हैं। सैम पित्रोदा ने कहा है कि अमेरिका में जिस प्रकार की एक व्यवस्था है उसे भारत में लागू कर देना चाहिए।
यदि परिवार में किसी मुखिया की मृत्यु हो जाती है तो संपत्ति में आधे से अधिक का हिस्सा करीब 55 फीसदी सरकार के कब्जे में आ जाएगी और उस परिवार के लोगों को केवल 45 फीसदी संपत्ति ही मिलेगी।
बताइये क्या करना चाहते हैं ये लोग? देश को कहां ले जाना चाहते हैं? हम सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। ये लोग कब क्या कर दें कुछ कहा नहीं जा सकता है।