यूथ इंडिया संवाददाता
अमृतपुर, फर्रुखाबाद। प्रदेश की सरकार के द्वारा अवैध स्टैंडों को समाप्त कर धन उगाही करने वालों कार्रवाई की जा रही है। लेकिन साहब थाना राजेपुर में कार्रवाई की बात ही कहा जब पुलिस के ही संरक्षण में दलाल के द्वारा प्रति टेंपो सवारियां भरने के नाम पर 10 रुपये लिए जाते हैं।
राजेपुर चौराहा पर अवैध वाहन स्टैंड बना हुआ है। जिसके कारण जाम की समस्या बनी रहती है तथा दुर्घटनाएं भी घटित होती हैं। कई लोगों की जानें चली गई। इसके बावजूद भी राजेपुर पुलिस के द्वारा चौराहे पर वसूली कर रहे दलाल पर कार्रवाई में कोई सुधार नहीं हो सका। उच्च अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान दुकानों में छिप जाता है लेकिन मेहरबान थाना पुलिस के द्वारा धन उगाही करने वाले दलाल पर कार्रवाई का हंटर चलता नजऱ नहीं आ रहा।अवैध स्टैंड बना कर बसूली करने वालों पर कार्रवाई नहीं की जाती है। बसूली करने वाला युवक टेंपो चालकों से कहता है कि इसका कुछ अंश थाने में देना पड़ता है।
जब इस संबंध में टेंपो चालकों से बात की गई तो उन्होंने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि यदि हमारे द्वारा महीने में ठेकेदार को रुपए नहीं दिए जाते हैं तो वह चौराहे पर सवारी भरने नहीं देता है। उल्टा गालियां देता है। और पुलिस के द्वारा चालान करने की धमकी भी देता है। पेट पालने के लिए गरीब टैक्सी चालकों को स्टैंड पर ?10 देने ही पड़ते हैं। राजेपुर चौराहे पर पुलिस कर्मियों की प्रतिदिन ड्यूटी लगाई जाती है। उसके बावजूद भी चौराहे पर टेंपो खड़े होते हैं।अगर इस मामले में पुलिस संलिप्त नहीं है तो पुलिसकर्मी सख़्ती क्यों नहीं बरतते।योगी सरकार में भी अवैध वसूली का कारनामा चल रहा है। सरकार द्वारा उठाए जा रहे सख्त कदम भी निष्फल होते नजर आ रहे हैं। थाना अध्यक्ष राजेपुर योगेंद्र सिंह सोलंकी एसपी आलोक कुमार प्रियदर्शी की छवि व नियमों को तार तार करने में जुटे हैं आखिर वह दिन कब आएगा जब टैक्सी चालकों को बसूली से निजात मिलेगी। यह देखने वाली बात होगी।