फ़र्रुखाबाद। जिस अनुराग दुबे (Anurag Dubey) को लेकर सुप्रीम कोर्ट डीजीपी पर भड़का है उस माफिया पर तीन जिलों में 28 मुकदमे दर्ज हैं। इन्हीं में से एक दर्ज जानलेवा हमले के मुकदमे में कोर्ट ने हाजिर होने के लिए उसे दो दिसंबर तक का समय दिया है। पुलिस संपर्क का प्रयास कर रही है, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इसी के चलते बुधवार को पुलिस ने उसके आवास पर धारा 82 की कार्रवाई करते हुए कुर्की नोटिस चस्पा किया। इस बीच, उसने सुप्रीम कोर्ट में शरण ली। कोर्ट ने इसी मामले में सुनवाई करते हुए यूपी पुलिस को कड़ी फटकार लगाई तो महकमे में हड़कंप मच गया।
फतेहगढ़ के कसरट्टा मोहल्ला निवासी अनुराग दुबे पर पुलिस रिकार्ड में फर्रुखाबाद, कन्नौज, मैनपुरी के अलग-अलग थानों में कुल 28 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें गैंगस्टर, गुंडा एक्ट आदि में भी कार्रवाई हो चुकी है। पूर्व में उस पर इनाम भी घोषित हुआ था, लेकिन इसमें गिरफ्तारी स्टे हो गया था। इसके बाद पुलिस ने फिर दबाव बनाया। मऊदरवाजा थाने के एक मुकदमे में उस पर इनाम घोषित हुआ, लेकिन इस बार भी कोर्ट से उसे राहत मिल गई थी।
जानलेवा हमले के मुकदमे में जेल गया था डब्बन
जानलेवा हमले के मुकदमे में अनुराग दुबे उर्फ डब्बन जेल गया था। पुलिस की टीम 24 सितंबर 2021 को उसे अयोध्या से पकड़कर लाई थी। मेडिकल के बाद जेल भेज दिया गया, लेकिन बाद में जमानत पर वह बाहर आ गया। इसके बाद से वह फरार चल रहा है।
अनुपम के जेल जाते ही बढ़े डब्बन पर मुकदमे
शमीम हत्याकांड में 13 जुलाई 2021 को जब जीआरपी की टीम फतेहगढ़ स्थित अनुपम के आवास पर कुर्की करने पहुंची तो उसने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने अनुपम को जेल भेज दिया। अनुपम के मुकदमो की पैरवी उसका छोटा भाई डब्बन ही करता है। अनुपम के जेल जाने के बाद डब्बन पर मुकदमों की संख्या बढ़ी। कई लोगों ने मुकदमे दर्ज कराए।