यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। जिले में साइबर अपराधियों के बढ़ते नेटवर्क को खत्म करने के लिए पुलिस ने एसपी आलोक प्रियदर्शी के नेतृत्व में एक बड़े अभियान की शुरुआत की है। यह अभियान फतेहगढ़ साइबर क्राइम थाने में दर्ज मामले के बाद तेजी से आगे बढ़ा, जहां 10 अक्टूबर को नगला हूसा के 7 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इनमें से आरोपी आशीष कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
नगला हूसा बना साइबर क्राइम का हब: नगला हूसा गांव, साइबर अपराध के मामलों में पुलिस के लिए चिंता का विषय बन चुका है। यहां से कई मामलों में साइबर अपराधियों की गतिविधियां सामने आ चुकी हैं। इस गांव को साइबर क्राइम का हब माना जा रहा है, और पुलिस की नजरें लगातार इस पर टिकी हुई हैं।
मंगलवार रात, सीओ अमृतपुर रविंद्र नाथ राय के नेतृत्व में भारी पुलिस बल के साथ नगला हूसा गांव में दबिश दी गई। इस दौरान सीओ के साथ ट्रेनी सीओ और अमृतपुर थाना प्रभारी मीनेश पचौ भी मौजूद थे। पुलिस की इस अचानक छापेमारी से गांव में हड़कंप मच गया। फरार आरोपियों के परिजनों से पुलिस ने पूछताछ की और उनके संभावित ठिकानों का पता लगाने का प्रयास किया। पुलिस ने न केवल आरोपियों की तलाश के लिए दबिश दी, बल्कि ग्रामीणों से बातचीत भी की। सीओ रविंद्र नाथ राय ने बताया कि गांव के लोगों को साइबर क्राइम के खतरों और इसके दुष्परिणामों से अवगत कराया गया है। उन्होंने कहा कि गांव में बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाकर युवाओं और उनके परिजनों को साइबर अपराध से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
पुलिस ने गांव में गहन जांच-पड़ताल के बाद फरार आरोपियों की तलाश के लिए अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं। सीओ अमृतपुर ने बताया कि इस मामले में शामिल सभी आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस का कहना है कि इस प्रकार के अपराधों पर रोक लगाने के लिए वे सख्त कदम उठाते रहेंगे।
यह मामला अमृतपुर थाना क्षेत्र के नगला हूसा गांव से संबंधित है, जहां साइबर अपराध की गतिविधियों को लेकर पहले भी शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं। पुलिस की यह कार्रवाई साइबर अपराध के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिससे अपराधियों में भय का माहौल बना है और ग्रामीण भी जागरूक हो रहे हैं।