दातागंज-फरीदपुर पुल पर हादसे ने गूगल मैप की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। तीन युवक हादसे का शिकार हुए, जिसके बाद गूगल मैप के क्षेत्रीय प्रबंधक को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। पुलिस विवेचना में उनका नाम शामिल किया जाएगा और गुरुग्राम में संबंधित अधिकारियों के बयान दर्ज किए जाएंगे।
बदायूं। दातागंज को फरीदपुर से जोड़ने वाले पुल पर एक दुखद हादसा हुआ, जिसमें तीन युवक कार सवार होकर मूढ़ा खल्लपुर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गए। इस मामले में नायब तहसीलदार छविराम सिंह ने पीडब्ल्यूडी के चार अभियंताओं और अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। खास बात यह है कि गूगल मैप के क्षेत्रीय प्रबंधक को भी इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार, पुल को बाढ़ के दौरान क्षति पहुंची थी और इसे बंद कर दिया गया था। इसके बावजूद, गूगल मैप पर इस मार्ग को दिखाया गया, जिससे युवक पुल पर पहुंचे और हादसे का शिकार हो गए। जांच में यह बात सामने आई है कि स्थानीय गांव के लोगों ने पुल के आसपास की सुरक्षा दीवार को तोड़ दिया था, और वहां लगे संकेतक भी गायब हो गए थे।पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है। दातागंज के इंस्पेक्टर क्राइम कुलदीप सिंह के नेतृत्व में पुलिस की टीम दो दिन बाद गूगल मैप के मुख्यालय गुरुग्राम जाकर संबंधित अधिकारियों के बयान दर्ज करेगी। सीओ के के तिवारी ने कहा कि पीडब्ल्यूडी के अभियंताओं की जिम्मेदारी के साथ-साथ गूगल मैप के अधिकारियों की भी जवाबदेही तय की जाएगी।यह घटना न केवल स्थानीय प्रशासन के लिए एक चुनौती है, बल्कि यह गूगल मैप जैसी डिजिटल सेवाओं की जिम्मेदारी पर भी सवाल उठाती है।