– शासन के दखल के बाद चौकन्ना हुए पुलिस कप्तान
– माफिया का इन्हीं थानों में ज्यादा रिकॉर्ड
– थानों चौकियों से फाइलें हो रही गायब
– माफिया के गैंग पर रहम पड़ेगा भारी
– सरकार की छबि को लग सकता बट्टा
यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। मुख्यमंत्री कार्यालय के निर्देश पर पूर्व एसपी अशोक मीणा और विकास कुमार ने माफिया अनुपम दुबे के करीबी, नॉन प्रैक्टिशनर वकील अवधेश मिश्रा (पुत्र संतोष, निवासी पालीवाल गली, भोलेपुर फतेहगढ़) के खिलाफ गैंगस्टर की फाइल तैयार करवाई थी। इस कार्य में स्थानीय अधिसूचना इकाई कार्यालय ने भी गहन जांच कर रिपोर्ट सौंपी थी।
हालांकि, दोनों अधिकारियों के तबादले के बाद से मामले में चौंकाने वाला मोड़ आया है। आरोप है कि अवधेश मिश्रा का कोतवाली फतेहगढ़ और मोहम्मदाबाद सीओ कार्यालय में आवागमन और दलाली का प्रभाव बढऩे के बाद, उनके खिलाफ तैयार की गई गैंगस्टर की फाइल रहस्यमय तरीके से गायब हो गई है।
इन्हीं थानों में सबसे ज्यादा माफिया अनुपम दुबे के खिलाफ कार्यवाहियां प्रचलित हैं,हॉल ही में थाना मऊ दरवाजा से एक फाइल गायब की जा चुकी है। इस फाइल के गायब होने की घटना से वर्तमान एसपी बेखबर रहे, बाद में उनके आदेश पर मुकदमा लिखा गया,और थाना प्रभारी सहित चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर भी किया गया,बाद में पुलिस ने फाइल भी बरामद की जो अवधेश के साथियों से ही मिली,और उसके साथी बृजेंद्र अग्निहोत्री टिल्लू का नाम भी प्रकाश में आया।लेकिन शासन ने इस गंभीर मुद्दे का संज्ञान लिया है। सूत्रों का कहना है कि मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी गई है और इस फाइल को गायब करने में संलिप्त व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है। इस घटना ने एक बार फिर जिले में माफिया और प्रशासनिक गठजोड़ पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि शासन इस मामले में क्या ठोस कदम उठाता है और क्या उन अधिकारियों की भूमिका पर भी कार्रवाई होगी जो इस मामले में अब तक मौन रहे हैं।