यूथ इंडिया संवाददाता
नई दिल्ली/फर्रुखाबाद। जिले में यातायात की बढ़ती समस्याओं को देखते हुए, विधानसभा समिति के सभापति और विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने एक बड़ा कदम उठाते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को एक प्रस्ताव सौंपा है। प्रस्ताव में उन्होंने जिले के यातायात सुधार के लिए विशेष रूप से फर्रुखाबाद के इटावा-बरेली राज मार्ग-730 (एसएच-730) पर एक बाईपास सड़क बनाने का प्रस्ताव रखा है।
जिले के मुख्य मार्ग इटावा-बरेली राष्ट्रीय राजमार्ग पर समय-समय पर बढ़ते यातायात जाम और दुर्घटनाओं की समस्या से जिले के नागरिक लंबे समय से परेशान हैं। यह मार्ग जिले के महत्वपूर्ण व्यापारिक और आवागमन के केंद्रों से होकर गुजरता है, जिससे इस पर यातायात का दबाव दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। इस समस्या से निपटने के लिए एक बाईपास सड़क का निर्माण लंबे समय से आवश्यकता महसूस की जा रही थी, ताकि स्थानीय नागरिकों और व्यवसायियों को सुगम यात्रा का अनुभव हो सके।केंद्रीय मंत्री ने प्रस्ताव पर सहमति दी है।
मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने प्रस्तावित बाईपास की योजना को जनहित में बताया, जिससे फर्रुखाबाद और आस-पास के क्षेत्रों का यातायात दबाव कम होगा। वर्तमान में, फर्रुखाबाद शहर से गुजरने वाला ट्रैफिक न केवल शहरवासियों को असुविधा प्रदान करता है, बल्कि अन्य यात्री भी अक्सर लंबे ट्रैफिक जाम में फंसते रहते हैं। यह समस्या खासतौर से त्योहारों, शादी-विवाह सीजऩ और अन्य बड़े आयोजनों के दौरान और गंभीर हो जाती है।
उन्होंने मंत्री को बताया कि बाईपास का निर्माण इस यातायात बोझ को कम करने और शहर के अंदरूनी मार्गों पर यातायात की समस्या को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाएगा। प्रस्तावित बाईपास न केवल समय की बचत करेगा, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं की संभावना को भी कम करेगा, जो कि शहर के संकरे मार्गों पर सामान्य घटना बन चुकी है।
नई बाईपास सड़क से फर्रुखाबाद शहर के अंदर यातायात का दबाव कम होगा। वाहनों को अब शहर के भीतर से नहीं गुजरना पड़ेगा, जिससे स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी।
इस बाईपास के निर्माण से व्यापारियों के लिए माल ढुलाई की प्रक्रिया तेज और आसान हो जाएगी, जिससे जिले के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। माल वाहनों को अब शहर के अंदरूनी हिस्सों से नहीं गुजऱना पड़ेगा, जिससे समय की बचत और वाहनों की रखरखाव लागत में कमी आएगी।
नए मार्ग के निर्माण से दुर्घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है, क्योंकि भीड़भाड़ वाले शहर मार्गों पर यातायात का भार कम हो जाएगा। रूप से शाम और रात के समय भारी वाहनों के प्रवेश से होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगेगा।
सभापति मेजर द्रिवेदी ने मंत्री को बताया कि जिले के लिए बाईपास सड़क का प्रस्ताव बहुत जरूरी हो गया है क्योंकि, एसएच-730 मार्ग पर प्रतिदिन सैकड़ों वाहन गुजरते हैं, जिससे यातायात में व्यवधान उत्पन्न होता है। बाईपास से वाहनों को शहर के अंदर न जाने की सुविधा होगी, जिससे यात्रा का समय काफी घटेगा।आकस्मिक घटनाओं की रोकथाम: शहर के बीचों-बीच से भारी वाहन गुजरने के कारण दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है।