यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। बीती रात पुलिस की दबिश के दौरान कुख्यात माफिया अनुपम दुबे और नान प्रैक्टिशनर वकील अवधेश मिश्रा के गुर्गा रच्छू ठाकुर ने छत फांद कर भागने की कोशिश की। पुलिस जब रच्छू ठाकुर के घर दबिश देने पहुंची, तो उसने पुलिस की गतिविधियों को कैमरे के माध्यम से देख लिया और तुरंत छत से कूदकर फरार हो गया। रच्छू ठाकुर पर आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें जालसाजी और अन्य अपराध शामिल हैं। वह न्यायालय का वारंटी भी है।
रच्छू ठाकुर पर शहर के कई लोगों के करोड़ों रुपए बकाया हैं। इस महाठग ने कई भोले-भाले लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है। हाल ही में व्यापारी पवन कटियार ने रच्छू ठाकुर के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें आरोप लगाया गया कि रच्छू ने जमीन के फर्जी सौदे के नाम पर उनसे बड़ी रकम ठग ली थी।
रच्छू ठाकुर का माफिया अनुपम दुबे और उसके साथी अवधेश मिश्रा से गहरा संबंध है। दुबे के फरार इनामी बदमाश भाई डब्बन के लिए वह जमीनों के अवैध कारोबार से जुड़ा था। इसके साथ ही, हाल ही में अपने आका अनुपम दुबे, संजीव परियां के भाई आशीष और वकील अवधेश मिश्रा को गैंगरेप और दलित उत्पीडऩ के एक गंभीर मामले में बचाने के लिए, रच्छू ने चश्मदीद गवाह, एक बुजुर्ग दलित व्यक्ति, पर जानलेवा हमला किया था। यह बुजुर्ग पीडि़ता के पिता हैं और घटना के मुख्य गवाह भी हैं। इस हमले के बाद से पीडि़त परिवार भय में है।
रच्छू ठाकुर और उसके सहयोगी माफिया अनुपम दुबे पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन मामलों में जमीनों की अवैध खरीद-फरोख्त, जालसाजी, और धमकी देने जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। इसके अलावा, हाल ही में फरार हुए माफिया अनुपम दुबे के खिलाफ भी पुलिस की ओर से सख्त कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने उसकी संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है और उन पर भी कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है।
पुलिस ने रच्छू समेत फरार आरोपियों को पकडऩे के लिए कई टीमें गठित की हैं और शहर में दबिश का सिलसिला जारी है।