यूथ इंडिया संवाददाता
मोहम्मदाबाद फर्रुखाबाद। कोतवाली के सकवाई गांव स्थित शुमंगलम कोल्ड स्टोरेज में मंगलवार को अमोनिया गैस के रिसाव से इलाके में हडक़ंप मच गया। समय रहते फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों द्वारा स्थिति पर काबू पा लिया गया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
अमोनिया गैस का रिसाव अत्यधिक खतरनाक हो सकता था। अगर इस पर नियंत्रण नहीं पाया जाता, तो आसपास के गांवों के लोग भी प्रभावित हो सकते थे। फायर ब्रिगेड के अनुसार, गैस श्वास नली को प्रभावित करती है, जिससे दम घुटने जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती थी, और कई लोगों की जान जा सकती थी।
रिपोर्टों के अनुसार, कोल्ड स्टोरेज बिना उचित मानकों का पालन किए संचालित हो रहा था। इस घटना में कोल्ड स्टोरेज मालिक की लापरवाही उजागर हुई है, क्योंकि वहां सुरक्षा संसाधनों का अभाव था।
फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर अमोनिया गैस के रिसाव को नियंत्रित किया। उन्होंने बताया कि कोल्ड स्टोरेज में अमोनिया सूट और पर्याप्त पानी का प्रबंध नहीं था। स्थिति को संभालने के लिए 4 किलोमीटर दूर स्थित गैस प्लांट से पानी मंगवाना पड़ा।
फायर ब्रिगेड के अधिकारियों का कहना है कि कोल्ड स्टोरेज बिना एनओसी (अनापत्ति प्रमाणपत्र) के ही संचालित हो रहा था, जो एक गंभीर प्रशासनिक चूक है। अधिकारियों ने इस मामले की जांच करने और उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
इस घटना के बाद प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं, और कोल्ड स्टोरेज के संचालन को लेकर जांच शुरू होने की संभावना है।