यूथ इंडिया संवाददाता
कमालगंज, फर्रुखाबाद। क्षेत्रीय सहकारी समिति लिमिटेड में किसानों को आलू बुबाई के लिए खाद प्राप्त करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सुबह से ही किसान लंबी लाइनों में खड़े होकर इंतजार करते हैं, लेकिन शाम तक भी उन्हें आवश्यक मात्रा में खाद नहीं मिल पा रही है।
भूलनपुर चिरपुरा के निवासी किसान भगवानदास राजपूत और उस्मानगंज के संतोष सिंह ने बताया कि वे सुबह 8 बजे से ही खाद के लिए लाइन में लगे हैं, लेकिन अभी तक खाद नहीं मिली। लगातार हो रही बारिश और खाद की कमी के चलते आलू की बुवाई में देरी हो रही है, जिससे उन्हें भारी नुकसान की आशंका है। पहले ही मक्का की फसल बारिश से प्रभावित हो चुकी है, और अब आलू की फसल भी बर्बाद होने की स्थिति में है। इससे बच्चों की पढ़ाई और घरेलू खर्चों पर असर पडऩे का डर है।
सहकारी समिति के सचिव मानसिंह ने बताया कि कमालगंज और रजीपुर क्षेत्र के करीब 3,000 किसान उनके यहां पंजीकृत हैं, जिन्हें करीब 25,000 बोरी खाद की आवश्यकता है। हालांकि, उन्हें एक बार में केवल 500 बोरी खाद ही मिल पा रही है, जिससे किसानों को समय पर खाद नहीं मिल रही। अब तक उन्हें 3,000 बोरी खाद प्राप्त हुई थी, जिसका आवंटन कर दिया गया है। उन्होंने अधिकारियों से और खाद की मांग की है, जो मिलने पर तुरंत किसानों को वितरित की जाएगी। किसानों की इस स्थिति से कृषि कार्यों में देरी हो रही है, जिससे उनकी आय और जीवनयापन पर गहरा असर पड़ सकता है।
खाद की कमी से जूझते किसान, आलू बुवाई में हो रहा नुकसान
