यूथ इंडिया संवाददाता
कमालगंज, फर्रुखाबाद। नगर पंचायत में विकास कार्यों में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी का मामला सामने आया है। यहां की नगर पंचायत अध्यक्ष राम बेटी शंखवार के पति मास्टर कृष्ण कुमार शंखवार ने शिक्षक का काम भूल ठेकेदारी में कदम रखा है। सूत्रों के अनुसार, नगर पंचायत में विकास कार्यों के लिए जारी बजट का एक बड़ा हिस्सा कमीशन के तौर पर खर्च हो रहा है, जिससे जनता तक सही सुविधाएं नहीं पहुंच पा रही हैं।
नगर पंचायत कमालगंज के विकास कार्यों के लिए हर साल लाखों का बजट आता है। इसमें सफाई, जल निकासी, सड़कों की मरम्मत, और सार्वजनिक सुविधाओं के विकास के लिए योजनाएं बनाई जाती हैं। परंतु ठेकेदारी के माध्यम से काम का अधिकांश हिस्सा कमीशनखोरी में चला जाता है, जिससे कार्यों की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं। नगर के कई क्षेत्रों में अधूरे पड़े विकास कार्य और खराब हालत में सड़कों का हाल गवाह है कि योजनाएं कागजों तक सीमित रह गई हैं।
स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि नगर पंचायत अध्यक्ष राम बेटी शंखवार के पति कृष्ण कुमार शंखवार ने शिक्षक का पद छोड़कर ठेकेदारी में उतरते ही विकास कार्यों में अनियमितता शुरू कर दी। जनता का कहना है कि ठेकेदारी में उनकी भूमिका से क्षेत्र में वास्तविक विकास कार्य ठप हो गए हैं। बजट का अधिकतर हिस्सा कमीशन के नाम पर खर्च हो जाने से जनता को मूलभूत सुविधाएं तक मयस्सर नहीं हैं।
आंकड़े
विकास कार्यों का बजट: प्रति वर्ष लगभग 50 लाख रुपये।
कमीशन का अनुमानित हिस्सा: 30-40′ तक।
अधूरे कार्य : जल निकासी, सड़क निर्माण और सफाई कार्य।
जनता के बार-बार शिकायत करने के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। नागरिकों का कहना है कि नगर पंचायत में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए उचित जांच और कार्रवाई होनी चाहिए ताकि सरकारी धन का सही उपयोग हो सके और जनता को लाभ मिल सके। कमालगंज की जनता भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी से परेशान है। ऐसे में नगर पंचायत के कार्यों की निष्पक्ष जांच की मांग उठ रही है ताकि नगर का विकास सही तरीके से हो सके।