– जनपद के ऐतिहासिक स्थलों के पुनर्निर्माण और विकास का समय आया
– मुख्यमंत्री की नजर में फर्रूखाबाद
यूथ इण्डिया संवाददाता
फर्रूखाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दृष्टि में जनपद के विकास के लिए जब एक कदम बढ़ाया गया, तो वह सिर्फ एक प्रशासनिक निर्णय नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक बदलाव की शुरुआत थी। जनपद के पौराणिक और सामरिक महत्व को ध्यान में रखते हुए, जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी की अध्यक्षता में एक नई पहल शुरू की गई है, जिसके तहत जिले के ऐतिहासिक स्थलों को संजीवनी देने के साथ-साथ उनके सामरिक विकास पर भी जोर दिया जा रहा है।
राज्य के पर्यटन मंत्री और जनपद के प्रभारी ठाकुर जयवीर सिंह, साथ ही जिले के सभी विधायकों और सांसद की सक्रिय भागीदारी से यह परियोजना आकार ले रही है। मुख्यमंत्री की प्रशासनिक और व्यक्तिगत पहल के कारण, फर्रुखाबाद में विकास की गति और दिशा में बदलाव आया है।
इस परियोजना के तहत जिले के प्रमुख ऐतिहासिक और पौराणिक स्थलों का संजीवनीकरण किया जाएगा। इनमें प्रमुख स्थल संकिसा, श्रृंगीरामपुर, कंपिल और अन्य स्थान शामिल हैं। इन स्थलों का धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व है, और अब इन स्थलों को पर्यटन और धार्मिक दृष्टिकोण से पुन: प्रतिष्ठित किया जाएगा। संकिसा, जो महाभारत और हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण स्थल के रूप में जाना जाता है, एक बार फिर से श्रद्धालुओं और पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करेगा।
द्विवेदी के अनुसार, इन स्थलों की मरम्मत, विकास और पुनर्निर्माण कार्य इस तरह से किए जाएंगे कि इनकी पौराणिक महिमा और ऐतिहासिक महत्व संरक्षित रहते हुए आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा सकें। ऐतिहासिक स्थलों का पुनर्निर्माण पर्यटन की दृष्टि से भी जिले के लिए लाभकारी होगा। इससे जिले में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा।
पौराणिक स्थलों के विकास के साथ-साथ जिले के सामरिक विकास पर भी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। जिले में सैन्य और सामरिक महत्व के क्षेत्रों का भी विकास किया जाएगा, ताकि जिले की सुरक्षा और सामरिक क्षमता को मजबूत किया जा सके। खासकर उन क्षेत्रों का विकास किया जाएगा, जो पहले सामरिक दृष्टिकोण से उपेक्षित रहे हैं। इस कदम से जिले में सामरिक दृष्टि से अहम बदलाव आएगा, और साथ ही क्षेत्रीय सुरक्षा में भी सुधार होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पहल के तहत जिले के विकास की दिशा में विशेष ध्यान दिया है। उनका मानना है कि पौराणिक और सामरिक स्थलों का विकास केवल जिले के लिए नहीं, बल्कि राज्य और देश के लिए भी लाभकारी होगा। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया है कि इस परियोजना को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा और इसमें कोई भी कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण और अन्य परियोजनाएं जिले की कनेक्टिविटी और विकास में अहम भूमिका निभाएंगी। साथ ही, पौराणिक स्थलों के विकास से जिले की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को भी सुदृढ़ किया जाएगा, जो राज्य और देश की पहचान को भी गौरवांवित करेगा। राज्य के पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह और जिले के सभी विधायकों एवं सांसदों का इस परियोजना में विशेष योगदान है। इन नेताओं ने एकजुट होकर जिले के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। ठाकुर जयवीर सिंह ने इस परियोजना की महत्वता को स्वीकार करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक प्रशासनिक पहल नहीं, बल्कि जिले के विकास का नया इतिहास लिखा जा रहा है। उनका कहना है कि इस परियोजना से जिले के लोगों की जीवनशैली में सुधार आएगा और यहां के नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
फर्रुखाबाद के विकास में कई दशकों से विभिन्न योजनाएं चल रही थीं, लेकिन अब जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी और उनके अधीनस्थों की प्रतिबद्धता से ये सपने साकार होते दिख रहे हैं। जिलाधिकारी द्विवेदी ने विकास कार्यों को एक नई दिशा दी है और जिले में विकास की गति को तेज किया है। उनका कहना है कि जिले में यह बदलाव केवल प्रशासनिक कार्यों से नहीं, बल्कि जनप्रतिनिधियों और जनता की सक्रिय भागीदारी से संभव हुआ है।
जनपद फर्रुखाबाद में पौराणिक और सामरिक विकास की नई परियोजना का आरंभ एक ऐतिहासिक बदलाव का प्रतीक है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी, राज्य के पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह और जिले के सभी जनप्रतिनिधियों की मेहनत और प्रतिबद्धता से यह कार्य संभव हुआ है। गंगा एक्सप्रेसवे, पौराणिक स्थलों का विकास और सामरिक स्थलों की स्थिति को बेहतर बनाना जिले के लिए एक नई रोशनी लेकर आएगा। यह न केवल जिले की पहचान को पुन: प्रतिष्ठित करेगा, बल्कि प्रदेश और देश के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।