यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। गंगा नदी की पवित्रता को लेकर शासन-प्रशासन के लगातार प्रयासों के बीच लोहिया सेतु पर एक शर्मनाक घटना सामने आई है। हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो में कुछ युवक गंगा की धारा में कटे मुर्गों का कूड़ा फेंकते हुए नजर आ रहे हैं, जिससे इलाके में आक्रोश फैल गया है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि लोहिया सेतु के ऊपर से कुछ लोग कटे हुए मुर्गों का मांस और अन्य कचरा गंगा में फेंक रहे हैं। जब एक स्थानीय नागरिक ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो वह बेपरवाह होकर अपना काम करते रहे। वीडियो में व्यक्ति यह कहते हुए सुनाई देता है, अभी शिकायत करूंगा, लेकिन उसकी बातों को अनसुना कर दिया गया। इससे स्थानीय लोगों में प्रशासन की लापरवाही को लेकर गहरी नाराजगी पनप गई है।
इस घटना के बाद आसपास के निवासियों ने कूड़ा फेंकने वालों को पकडऩे का प्रयास किया, लेकिन वे भागने में सफल रहे। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस तरह की हरकतें न केवल गंगा की पवित्रता को नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि इसे प्रदूषित करने का काम भी करती हैं। उन्होंने प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है ताकि ऐसे तत्वों को सजा मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं से रोका जा सके।
हालांकि, इस घटना के बाद प्रशासन की चुप्पी लोगों में निराशा पैदा कर रही है। नागरिकों का मानना है कि यदि ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई की जाए, तो भविष्य में लोग इस तरह के कृत्यों को करने से कतराएंगे। गंगा को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त रखने के लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
गंगा, जिसे माँ का दर्जा दिया गया है, की पवित्रता को बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। स्थानीय नागरिकों ने एकजुट होकर इस मुद्दे को उठाने का निर्णय लिया है और वे प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं। उनका कहना है कि यदि प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की, तो वे जन आंदोलन का सहारा लेने के लिए मजबूर होंगे।
गंगा की पवित्रता को बनाए रखना सिर्फ प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है। यदि हम सभी मिलकर इस समस्या का समाधान नहीं करते हैं, तो न केवल गंगा का जल, बल्कि हमारे आने वाले पीढिय़ों का भविष्य भी खतरे में पड़ सकता है। अब समय आ गया है कि हम गंगा को साफ रखने के लिए सामूहिक प्रयास करें और प्रदूषण को खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाएं।
गंगा में खुले आम फेंका जा रहा कटे हुए मुर्गों का कचरा, प्रशासन मौन, मां की पवित्रता की उड़ रहीं धज्जिायां
