यूथ इंडिया संवाददाता
अमृतपुर, फर्रुखाबाद। 21 अगस्त को हरिद्वार बांध से छोड़े गए गंगा नदी में पानी के कारण गंगा नदी चेतावनी केंद्र से 15 सेंटीमीटर ऊपर बहने लगी है। जिससे फिर एक बार नदी में उफान दिखाई देने लगा है। जिसके कारण दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।
जिसके कारण तीसराम की मड़ैया में तेज बहाव के कारण सडक़ पानी में बह गई जिससे आवागमन बंद हो गया। सूचना पाते ही लेखपाल आशीष मौके पर पहुंचे तथा नाव लगा दी गई। क्षेत्र के दर्जनों गांव में पानी आते ही पहाड़ का खतरा मंडराने लगा। बरुआ संपर्क मार्ग, खानपुर संपर्क मार्ग, आशा की मडैया संपर्क मार्ग, चित्रकूट संपर्क मार्ग,मंझा की मड़ैया सम्पर्क मार्ग पर पानी आ गया है। जिसके कारण राजाराम की मड़ैया, कंचनपुर सबलपुर नगरिया जवाहर हरसिंहपुर कायस्थ उगरपुर करनपुर घाट राम प्रसाद नगला, नगला दुर्गू कछुआ गाढ़ा आदि गांव में पानी पहुंचने लगा है जिसके कारण ग्रामीणों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ नजर आ रही हैं वहीं तहसील प्रशासन भी बाढ़ पीडि़तों की मदद के लिए तैयार खड़ा दिखाई दे रहा है। आज सुबह 8 बजे गंगा नदी में 162668 क्यूसेक पानी छोड़ा गया जिससे गंगा का जलस्तर चेतावनी बिन्दु से 15 सेन्टीमीटर ऊपर बहने लगा है रामगंगा नदी में आज खो बैराज से 10343 हरेली बैराज से 468 रामनगर बैराज से 1029 टोटल 11840 क्यूसेक पानी छोड़ा गया जिससे रामगंगा का जलस्तर 135.45 पर बहने लगा हैं।
उप जिला अधिकारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बाढ़ को लेकर प्रशासन अलर्ट है बाढ़ क्षेत्र में लेखपालों की ड्यूटी लगाई गई है बाढ़ कंट्रोल रूम व बाढ़ चौकियों से निगरानी की जा रही है बाढ़ शरणालय अलर्ट कर दिए गए हैं।