यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ते हुए चेतावनी बिंदु से 15 सेमी ऊपर पहुँच गया है, जिससे गंगापार क्षेत्र के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। सोमवार को नरौरा बांध से गंगा में 128716 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जिससे गंगा का जलस्तर 136.75 मीटर तक पहुंच गया है। बाढ़ के कारण आम जनजीवन प्रभावित हुआ है और कई गांवों में पानी घुस चुका है।
बदायूं स्टेट हाईवे पर चित्रकूट डिप में भी बाढ़ का पानी आ गया है, जिससे आवागमन प्रभावित होने की संभावना बढ़ गई है। अपर जिला अधिकारी (एडीएम) सुभाष चंद्र प्रजापति ने राजेपुर ब्लॉक के कंचनपुर, सबलपुर, रामपुर जोगराजपुर, उदयपुर की मड़ैया गांवों का निरीक्षण किया। जोगराजपुर गांव में बाढ़ का पानी घुसने से जोगेंद्र पुत्र झब्बू की झोपड़ी गिर गई, जिसके बाद एडीएम ने तत्काल राहत सामग्री और देवी आपदा का लाभ देने के लिए तहसीलदार को निर्देश दिए।
एडीएम ने बाढ़ प्रभावित गांवों में नाव की उपलब्धता सुनिश्चित करने और आवश्यकता पडऩे पर ग्रामीणों को बाढ़ शरणालयों में शिफ्ट करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान, ग्रामीणों ने बताया कि अब तक मेडिकल टीम गांव में नहीं आई है और पानी घुसा हुआ है।
निरीक्षण के दौरान ग्राम रामपुर जोगराजपुर में तैनात लेखपाल राशिद अली अनुपस्थित पाए गए, जिस पर एडीएम ने नाराजगी जताते हुए तहसील अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए।
ताजा आंकड़े,
गंगा का जलस्तर:136.75 मीटर (चेतावनी बिंदु से 15 सेमी ऊपर)
नरौरा बांध से छोड़ा गया पानी: 128716 क्यूसेक
प्रभावित गांव: कंचनपुर, सबलपुर, रामपुर जोगराजपुर, उदयपुर की मड़ैया
बाढ़ राहत सामग्री वितरण: एडीएम के निर्देश पर तेजी से जारी
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेजी से हो सके।