– एसओजी और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक आरोपी गिरफ्तार, दो की तलाश जारी
रायबरेली। विदेश भेजने के नाम पर सैकड़ों बेरोजगारों से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले फर्जी वीजा (Fake Visas) गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस और एसओजी की टीम ने इस गैंग के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है, जबकि दो अन्य फरार हैं। गिरोह लंबे समय से रायबरेली में ‘इलाइट सर्विस’ नाम से फर्जी वीजा बनाने का धंधा चला रहा था।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने 500 से अधिक लोगों को सिंगापुर और दुबई भेजने के नाम पर ठगा। सिंगापुर के लिए ₹1,10,000 और दुबई के लिए ₹60,000 लेकर फर्जी वीजा और मेडिकल तैयार किए जाते थे। गिरोह निजी अस्पतालों से फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाकर दस्तावेजों को वैध दिखाने की कोशिश करता था।
गिरोह का मुख्य सरगना मुंबई से इस पूरे रैकेट को चला रहा था, जबकि रायबरेली में उसका सहयोगी इस नेटवर्क को संभाल रहा था। पुलिस ने इस गैंग के एक सदस्य नसीम को गिरफ्तार किया है, जबकि उसके दो साथी विनय और रिजवान फरार हैं।
गिरफ्तार आरोपी नसीम के पास से 26 पासपोर्ट, फर्जी वीजा और कई अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। पुलिस अन्य पीड़ितों से संपर्क कर इस मामले में विस्तृत जानकारी जुटा रही है।
एसपी डॉ. यशवीर सिंह के निर्देश पर हुई इस कार्रवाई को पुलिस का बड़ा गुडवर्क माना जा रहा है। पुलिस अब इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों तक पहुंचने के लिए जांच तेज कर रही है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के बरगद चौराहे पर संचालित थी फर्जी वीजा बनाने की कंपनी, पुलिस जल्द ही फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।