यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। फर्रुखाबाद की धरती की बेटी और विश्व साहित्य में भारत का नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित करने वाली महादेवी वर्मा के प्रतिमा स्थल की शोभा को बिजली विभाग ने बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है। प्रतिमा स्थल के ठीक सामने एक ट्रांसफार्मर रखा गया है, जिससे वहां की पूरी सुंदरता धूमिल हो गई है। ट्रांसफार्मर ने प्रतिमा के होने और न होने को लगभग एक समान कर दिया है, क्योंकि इसकी उपस्थिति के कारण प्रतिमा को ठीक से देखा नहीं जा सकता।
नगर पालिका ने हाल ही में महादेवी वर्मा की प्रतिमा का रंग-रोगन अच्छे तरीके से किया, लेकिन ट्रांसफार्मर के सामने होने से यह सारा काम व्यर्थ हो गया। स्मृति दिवस के अवसर पर कई साहित्यकार और अधिकारी प्रतिमा स्थल पर उपस्थित हुए, लेकिन किसी ने भी ट्रांसफार्मर हटवाने की मांग नहीं उठाई। स्मरण दिवस के अवसर पर अभिव्यंजना संस्था समेत कई संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया, और शाम को प्रसिद्ध कवि डॉ. शिव ओम अंबर ने भी साथियों सहित महीयसी को नमन किया। हालांकि, लोग ट्रांसफार्मर की उपस्थिति पर चर्चा करते दिखे, लेकिन किसी ने इस मुद्दे को अधिकारियों के सामने रखने की पहल नहीं की।
यह विडंबना है कि जब ट्रांसफार्मर लगाया जा रहा था, तब एक स्थानीय व्यक्ति ने इस विषय पर आपत्ति जताई थी, लेकिन उस समय इसे अनसुना कर दिया गया। अब स्मृति दिवस के मौके पर भी इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिससे प्रतिमा स्थल की सुंदरता प्रभावित हो रही है। वहीं, फतेहगढ़ के जीजीआईसी में महादेवी वर्मा की प्रतिमा स्थापित करने की सूचना दी गई, लेकिन प्रतिमा स्थल पर ट्रांसफार्मर हटवाने पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। यह मुद्दा प्रशासन की उदासीनता और संस्कृति के प्रति संवेदनहीनता को उजागर करता है, और साहित्यकारों समेत सभी जागरूक नागरिकों को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।