भीड़ बढ़ी तो बाजार और स्कूल बंद
संभल| हरिहर मंदिर की प्रस्तावित पदयात्रा को रोकने के लिए बुधवार सुबह से पुलिस ने कैलादेवी मंदिर के आसपास कई स्थानों पर बैरिकेडिंग कर दी थी, लेकिन कैलादेवी मंदिर के महंत और जामा मस्जिद बनाम हरिहर मंदिर मामले के वादी ऋषिराज गिरि महाराज स्वयं भक्तों व साधु-संतों के साथ मौके पर पहुंचे और पुलिस द्वारा लगाए गए बैरियर हटवा दिए। बैरियर हटते ही मंदिर परिसर और मार्गों पर श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ने लगी, जिसके बाद कैलादेवी बाजार पूरी तरह बंद करा दिया गया और सुरक्षा कारणों से आसपास के स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई। शहर के संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल, पीएसी और आरआरएफ की तैनाती की गई है।
महंत ऋषिराज गिरि द्वारा पदयात्रा निकालने के एलान के बाद से ही शहर में सुरक्षा व्यवस्था हाई अलर्ट पर रही। सुबह से भक्तों की भीड़ मंदिर परिसर की ओर बढ़ती रही, जिसे रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग की थी, लेकिन महंत के हस्तक्षेप के बाद भीड़ को मार्ग दे दिया गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सीओ आलोक भाटी, एएसपी कुलदीप सिंह सहित बड़े स्तर का पुलिस बल मौके पर पहुंचा और लगातार निगरानी शुरू की। जामा मस्जिद, चौधरी सराय और आसपास के संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है, जबकि स्थानीय खुफिया इकाई (एलआईयू) को भी सक्रिय किया गया है ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति का तुरंत पता लगाया जा सके।
एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने स्पष्ट किया कि जिले में धारा 163 लागू है, जिसके तहत किसी भी प्रकार का जुलूस, शोभायात्रा या बड़ी संख्या में भीड़ एकत्र करने की अनुमति नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की किसी भी कोशिश को सख्ती से रोका जाएगा और थाना प्रभारियों को लगातार पेट्रोलिंग के निर्देश दिए गए हैं।
गौरतलब है कि 19 नवंबर 2024 को सिविल न्यायालय, संभल में एक दावा दायर हुआ था, जिसमें कहा गया था कि जामा मस्जिद का मूल स्वरूप ‘श्री हरिहर मंदिर’ था। इस दावे के एक वर्ष पूर्ण होने पर महंत ऋषिराज गिरि ने पदयात्रा का आह्वान किया, जिसके जामा मस्जिद क्षेत्र तक पहुंचने की चर्चाओं ने पुलिस-प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। महंत पहले भी कह चुके हैं कि पदयात्रा का उद्देश्य सनातनियों को जोड़ना और हरिहर स्थल की परिक्रमा करना है। इसी कारण सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर की ओर जुटने लगे।
फिलहाल पुलिस-प्रशासन शहर में शांति बनाए रखने के लिए सतर्क है और हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखते हुए हालात पर नियंत्रण बनाए हुए है।


