यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। वीरांगना फूलन देवी की जयंती के अवसर पर निषाद पार्टी जिला अध्यक्ष अनिल कश्यप ने बढ़पुर स्थित कार्यालय पर एक भव्य सभा का आयोजन किया। इस मौके पर कश्यप समाज के वरिष्ठ समाजसेवियों और अन्य साथियों ने फूलन देवी जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलित किया और केक काटा।
सभा की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी ओम बाबू बाथम ने की, जबकि कार्यक्रम का संचालन अजीत बाथम ने किया। वरिष्ठ समाजसेवी राजकपूर बाथम ने फूलन देवी जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उनका जन्म 10 अगस्त 1963 को उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के एक गरीब मल्लाह परिवार में हुआ था। विवाह के बाद उनके पति द्वारा किए गए अत्याचारों से परेशान होकर उन्होंने ससुराल में रहने का संकल्प लिया और चंबल का रास्ता चुना। पुजारी सुरेंद्र कश्यप ने बताया कि फूलन देवी ने समाज और पुलिस द्वारा किए गए अत्याचारों का बदला लेने के लिए चंबल में बाबू गुर्जर के गैंग में शामिल हो गईं। जिला अध्यक्ष अनिल कश्यप ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि फूलन देवी जी ने 7 महीनों में ही अपने साथ हुए अन्याय का बदला लिया, जिससे उनकी प्रसिद्धि देश और विदेश में फैल गई। कुलदीप कश्यप एडवोकेट ने बताया कि 13 फरवरी 1983 को फूलन देवी ने मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के सामने आत्मसमर्पण किया और 11 वर्षों तक जेल में बिताए। समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने उन्हें राजनीतिक संरक्षण दिया और 1996 में मिर्जापुर से सांसद चुना गया। 2001 में, मात्र 38 वर्ष की आयु में फूलन देवी की हत्या दिल्ली में सरकारी आवास के बाहर कर दी गई। मुनेश कश्यप ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि जीवन संघर्षपूर्ण होता है और शिक्षित बनकर ही समाज में ताकत हासिल की जा सकती है। विमल बाथम ने महर्षि कश्यप जी के बताए गए रास्ते पर चलने और भाईचारे की भावना बनाए रखने का संदेश दिया।
इस अवसर पर मुनेश बाथम, संदीप बाथम, सर्वेश बाथम, राय सिंह कश्यप, ओम बाबू बाथम, मौजी राम बाबा, जितेंद्र कनौजिया, ज्ञानेंद्र कश्यप, टिंकू कश्यप, अनुज कश्यप, रविंद्र कश्यप, विनोद कश्यप, सोमनाथ कश्यप, विजय कश्यप, कैलाश शंकर, महिपाल कश्यप, सुरेश कश्यप, अरविंद बाथम, अरविंद कश्यप, दुर्गेश कश्यप आदि लोग उपस्थित रहे।