लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने बुधवार को गोरखपुर में कहा कि दुनिया उसी का अनुसरण करती है जो अपने आप को बदलने और तैयार करने का जज्बा रखता है। उन्होंने कहा कि आज जब दुनिया के सामने अनेक चुनौतियां हैं, तब भारत इन परिस्थितियों में विकास का प्रतीक बनकर उभरा है। एक समय था जब भारत अपनी दिशा को लेकर असमंजस में था, लेकिन आज भारत ही दुनिया के ध्रुवीकरण का केंद्र बन चुका है। जी-20 समिट ने यह साबित कर दिया कि भारत अब एक नया रूप पेश कर चुका है और आज देश दुनियाभर में नेतृत्व कर रहा है।
योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 92वें संस्थापक सप्ताह समारोह के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत अब दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और देश आज स्वतंत्रता के शताब्दी महोत्सव तक एक विकसित भारत बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने शिक्षा संस्थानों की भूमिका को अहम बताते हुए कहा कि इन संस्थानों को खुद को तैयार करना होगा ताकि यह यात्रा पूरी हो सके।
मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने भी समारोह में हिस्सा लिया और महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह संस्था स्वतंत्रता संग्राम के बाद शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम कर रही है। उन्होंने गोरक्षपीठ के महंतों की दूरदृष्टि को भी सराहा और बताया कि कैसे महंत दिग्विजयनाथ द्वारा 1932 में स्थापित इस परिषद ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नया युग शुरू किया।
इस समारोह के दौरान विद्यार्थियों की एक भव्य शोभायात्रा भी निकाली गई, जिसमें करीब तीन हजार विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। यह शोभायात्रा दिग्विजयनाथ पीजी कॉलेज से शुरू होकर प्रमुख स्थानों से होते हुए महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज तक पहुंची। समारोह में करीब 10 हजार विद्यार्थियों और 5 हजार शिक्षकों तथा कर्मचारियों की उपस्थिति रही।
समारोह का समापन 10 दिसम्बर को होगा, जहां 800 विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा और सात शिक्षकों, कर्मचारियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे। इस अवसर पर नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी भी समारोह में शामिल होंगे। यह कार्यक्रम भारतीय शिक्षा के प्रति समर्पण और समग्र विकास की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।