- फसल पूरी तरह पक चुकी, मौसम का और बिगड़ना नुकसानदायक
फर्रुखाबाद | शुक्रवार दोपहर अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। तेज हवाओं के साथ हुई बारिश ने जहां शहरवासियों को गर्मी से राहत दी, वहीं खुले आसमान के नीचे खड़ी मक्का की फसल के लिए यह बदलाव चिंता का कारण बन गया है। किसानों का कहना है कि मक्का की फसल इस समय पूरी तरह पक चुकी है और बारिश या तेज हवाएं फसल को भारी नुकसान पहुंचा सकती हैं।
शहर और आसपास के इलाकों में दोपहर के बाद अचानक तेज धूल भरी हवाएं चलीं और फिर हल्की बारिश शुरू हो गई। तापमान में गिरावट आने से लोगों को उमस और गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन खेतों की ओर से आ रही खबरें कृषि संकट की आहट दे रही हैं।
🌽 किसान बोले — अब एक भी बारिश भारी पड़ सकती है
कमालगंज, बरगदापुर, अमृतपुर और शमसाबाद क्षेत्र के कई किसानों ने बताया कि मक्का की फसल पूरी तरह तैयार है और अब सिर्फ कटाई का इंतजार है। इस बीच बारिश या आंधी चलने से फसल गिर सकती है, जिससे दाना खराब हो सकता है और उत्पादन में भारी गिरावट आ सकती है।
किसान रामू सिंह (कमालगंज) का कहना है,
अब अगर दोबारा बारिश होती है या हवा तेज चलती है, तो मक्का की बालियाँ टूट जाएँगी। इससे फसल बर्बाद हो सकती है। हमारी छह महीने की मेहनत पर पानी फिर जाएगा।
स्थानीय मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में हल्की से मध्यम बारिश और आंधी की संभावना जताई है। किसानों को सलाह दी गई है कि फसल की सुरक्षा के उपाय करें और कटाई में तेजी लाएं।
अब सवाल यह है कि जिला कृषि विभाग किसानों की मदद के लिए क्या कदम उठाएगा? क्या मौसम पूर्वानुमान के आधार पर किसानों को बीमा या फसल सुरक्षा के कोई निर्देश दिए गए हैं?
जहां एक ओर शहरवासी बारिश से राहत महसूस कर रहे हैं, वहीं खेतों में खड़ा किसान आसमान की ओर चिंतित निगाहों से देख रहा है। यदि मौसम यूं ही बिगड़ता रहा, तो मक्का की तैयार फसल को भारी नुकसान हो सकता है।