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Sunday, November 2, 2025
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नवाबगंज नगर में भगवान खाटू श्याम की निशान यात्रा धूमधाम से निकाली गई

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फर्रुखाबाद: नवाबगंज नगर (Nawabganj city) में भगवान खाटू श्याम (Lord Khatu Shyam) की निशान यात्रा धूमधाम से निकाली गई। इस धार्मिक यात्रा में बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाएं नाचते-गाते हुए भगवान खाटू श्याम के जयकारे लगा रहे थे। श्रद्धालुओं ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर भगवान की आरती भी उतारी।

यह निशान यात्रा बरतल स्थित खेरे वाले मंदिर से शुरू हुई। यह अस्पताल चौराहा, मुख्य मार्केट और मेन चौराहा होते हुए सकबाई स्थित खाटू श्याम मंदिर तक पहुंची। यात्रा के दौरान डीजे पर बज रहे खाटू श्याम के भजनों और गीतों पर श्रद्धालु झूमते हुए चल रहे थे।

यात्रा में जिला पंचायत सदस्य यशवीर सिंह आर्य, आलोक गुप्ता, राजकुमार दीक्षित, अभिषेक राठौर, संतोष गुप्ता, विकास गुप्ता, अंकित शाक्य, सुरेंद्र राठौर, अनूप राठौर, धर्मेंद्र राठौर, अजीत मिश्रा, अंटू भारद्वाज, अभय भारद्वाज, मनु गुप्ता, प्रमोद वर्मा, सुधीर गुप्ता, राहुल यादव, गौरव, अमित राठौर, सोनू वर्मा, गोपाल कश्यप, रमेश कौशल, अर्जुन कश्यप, अवनीश कौशल, सुनील राठौर, नितेश भारद्वाज, मनोज गुप्ता और शिवम राठौर सहित कई श्रद्धालु शामिल हुए।

SP ने जनता को संसद में पास हुए नए कानून के बारे में दी जानकारी

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अमृतपुर/फर्रुखाबाद: पुलिस अधीक्षक (SP) आरती सिंह ने बताया है कि संसद (Parliament) में कानून संशोधन किया गया है जिसमें अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे कानून का नए भारत में अंत होकर राजद्रोह कानून को पूरी तरह से निरस्त कर मृत्यु दंड की सजा को अब आजीवन कारावास में ही बदला जा सकेगा आजीवन कारावास को 7 वर्ष तक की सजा में बदला जा सकेगा।

साथ ही बताया महिलाओं के प्रति अपराध पर अब कोई समझौता नहीं होगा कहा कि गैंगरेप के मामलों में अब कम से कम 20 साल की सजा या आजीवन कारावास होगा 18 बरस से कम आयु की बच्चियों के मामले में आजीवन कारावास या मृत्यु दंड निश्चित किया गया है झूठे वादे या पहचान छुपा कर यौन संबंध बनाना अब अपराध की श्रेणी में भी शामिल किया गया है।

वहीं उन्होंने कहा है कि अगर कोई भी परेशान करे या इस तरह की घटना कार्य करें तो उसके विरुद्ध तत्काल प्रभाव से कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इस मौके खंड विकास अधिकारी सुनील कुमार जायसवाल, मुख्य विकास अधिकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी समेत अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।

मुरादाबाद में जीएसटी चोरी पर बड़ी कार्रवाई, गद्दा व्यापारी के ठिकानों पर छापेमारी

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मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद (Moradabad) में कर चोरी के खिलाफ एक बड़े अभियान चलाया गया। राज्य कर विभाग की विशेष जांच शाखा (एसआईबी) ने खुशहालपुर स्टेशन रोड (Khushhalpur Station Road) स्थित एक थोक गद्दा व्यवसाय और उससे जुड़े आठ अन्य परिसरों पर एक साथ छापेमारी (raid) की। अधिकारियों ने आज पुष्टि की कि यह बड़े पैमाने पर कार्रवाई दोपहर में शुरू हुई और देर रात तक जारी रही, जिसमें 42 अधिकारियों वाली आठ टीमें शामिल थीं।

अधिकारियों के अनुसार, विभाग को इन व्यावसायिक इकाइयों द्वारा अनियमितताओं और संभावित जीएसटी चोरी के बारे में लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं। आरोप लगाया गया था कि वास्तविक बिक्री और आधिकारिक खातों में दर्ज बिक्री में काफी अंतर था। इन सूचनाओं पर कार्रवाई करते हुए, विभाग ने एक गोपनीय जांच की और बाद में कई स्थानों पर समन्वित छापेमारी की।

टीमों ने न केवल फार्महाउस और उसके नीचे स्थित शोरूम का निरीक्षण किया, बल्कि 3 किलोमीटर के दायरे में फैले गोदामों का भी निरीक्षण किया। तलाशी के दौरान, अधिकारियों ने जीएसटी अनुपालन से संबंधित दस्तावेजों, कंप्यूटर रिकॉर्ड और बिलिंग डेटा की जाँच की। प्रारंभिक निष्कर्षों में कथित तौर पर गंभीर विसंगतियों की ओर इशारा किया गया है। सूत्रों ने खुलासा किया कि कई गोदामों में बिना उचित जीएसटी चालान के सामान रखा हुआ था। अधिकारियों ने इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) दावों, ई-वे बिल और बिक्री रजिस्टरों की भी जाँच की।

छापेमारी की खबर व्यावसायिक क्षेत्रों में फैलते ही स्थानीय व्यापारियों में हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने बताया कि इस कार्रवाई का उद्देश्य कर चोरी पर अंकुश लगाना और व्यावसायिक लेन-देन में पारदर्शिता को बढ़ावा देना है। आगे की जाँच के लिए कई महत्वपूर्ण दस्तावेज़ और डिजिटल रिकॉर्ड ज़ब्त कर लिए गए हैं।

ज़ब्त किए गए डेटा का विश्लेषण करने के बाद, विभाग आगे की कानूनी कार्रवाई पर फैसला करेगा। टीमें कल देर शाम तक मौके पर मौजूद रहीं और कंप्यूटर सर्वर और डिजिटल फाइलों की प्रतियां सुरक्षित रखीं। अगले कुछ दिनों में प्रारंभिक रिपोर्ट आने की उम्मीद है। राज्य कर विभाग, मुरादाबाद के अपर आयुक्त (ग्रेड-I) अशोक कुमार सिंह ने कहा, कर विसंगतियों की पहचान के लिए डेटा का गहन विश्लेषण किया जा रहा है। शहर के मुख्य बाजार में एक बड़े थोक गद्दा विक्रेता के शोरूम समेत आठ जगहों पर छापे मारे गए। बड़े पैमाने पर कर चोरी का संदेह है।

मिशन शक्ति अभियान 5.0 के तहत बालिकाओं को किया गया जागरूक

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राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, राजेपुर में नारी सशक्तिकरण पर विशेष कार्यक्रम — बेटियों को बताया आत्मनिर्भर बनने का मंत्र

फर्रुखाबाद (राजेपुर): मिशन शक्ति अभियान 5.0 (Mission Shakti Abhiyan) के अंतर्गत राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, राजेपुर में जागरूकता कार्यक्रम (awareness program) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य बालिकाओं को “नारी शक्ति, नारी सुरक्षा और नारी स्वावलंबन” के प्रति जागरूक करना था। कार्यक्रम में हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वीमेन की जेंडर स्पेशलिस्ट निर्मला राजपूत ने छात्राओं को महिला सशक्तिकरण से जुड़ी सरकारी योजनाओं और अधिकारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” के संदेश के साथ कहा कि आज की बेटियां न केवल शिक्षा में बल्कि हर क्षेत्र में अपनी क्षमता साबित कर रही हैं।

निर्मला राजपूत ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के बारे में बताया कि सरकार ने बेटियों के स्वास्थ्य और शिक्षा को ध्यान में रखते हुए यह योजना शुरू की है, ताकि हर बेटी को आर्थिक सहयोग और सुरक्षा मिल सके। इसके अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, मुख्यमंत्री सामान्य बाल सेवा योजना, और स्पॉन्सरशिप योजना की जानकारी भी दी। इन योजनाओं के तहत आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों को शिक्षा और जीवन यापन में सहायता दी जाती है।

निर्मला राजपूत ने कहा कि “बेटियां अब किसी से कम नहीं हैं।” उन्होंने बालिकाओं को प्रेरित किया कि वे व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त कर अपना स्वयं का व्यवसाय शुरू करें और दूसरों को भी रोजगार दें। साथ ही उन्होंने कौशल विकास मिशन जैसी योजनाओं के लाभ के बारे में भी बताया, जिससे बालिकाएं अपने हुनर को निखारकर आत्मनिर्भर बन सकें।

कार्यक्रम में बालिकाओं को सरकार द्वारा संचालित महत्वपूर्ण टोल फ्री नंबरों की जानकारी भी दी गई। साथ ही छात्राओं को जनपद में संचालित वन स्टॉप सेंटर की भूमिका और उपयोगिता के बारे में भी बताया गया। कार्यक्रम के दौरान कन्या सुमंगला योजना एवं स्पॉन्सरशिप योजना के लाभार्थियों को चिन्हित किया गया ताकि योग्य बालिकाओं को समय पर योजना का लाभ मिल सके।

कार्यक्रम में सेंटर मैनेजर पूजा पाल, प्रधानाचार्य श्रीमती रिचा यादव, प्रवक्ता श्रीमती हिमांशी, सहायक अध्यापक श्रीमती श्वेता देवी, श्रीमती शिवम दीक्षित, व्यावसायिक शिक्षिका श्रीमती चांदनी, श्रीमती गुड्डी (रसोईया), श्रीमती श्रीदेवी (रसोईया) और रवि सहित विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं छात्राएं उपस्थित रहीं।

डीएम एसपी ने जन चौपाल लगाकर सुनी जनता की फरियाद, ग्रामीणों की लगी रही भीड़

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अमृतपुर/फर्रूखाबाद: जिलाधिकारी (DM) आशुतोष कुमार द्विवेदी एसपी (SP) आरती सिंह ने ग्राम पंचायत आसमपुर के मजरा मढैया तौफीक में पहुंचकर जन चौपाल लगाई, जिसमें उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और उनका समाधान करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों से संबंधित समस्याओं को सुनने के साथ-साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा भी की। जिसमें अधिकारियों के द्वारा बताया गया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे के साथ बताया कि सरकार बेटियों की शादी के लिए अनुदान दे रही है जिसमें ₹60000 नगद साथ ही अन्य दहेज का सामान भी मुख्यमंत्री विवाह सम्मेलन के द्वारा दिया जा रहा है।

वहीं जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया है कि जिन बच्चों के पिता की अचानक मृत्यु हो गई है घर पर कमाने वाला नहीं है बच्चे पढ़ना चाहते हैं तो उनके लिए भी नई योजनाएं लागू हैं साथ ही खंड विकास अधिकारी के द्वारा बताया गया कि गांव में कई सड़क पक्की करवा दी गई हैं कार्य जारी है जिलाधिकारी से ग्रामीणों ने समस्या बताते हुए कहा कि प्रतिवर्ष गांव में बाढ़ का पानी भर जाता है जिसके कारण आमजन जीवन अस्त व्यस्त होने से समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।

बांध बनवाए जाने की प्रमुख मांग जिला अधिकारी से ग्रामीणों ने रखी साथ ही कहा कि गांव में पानी की टंकी नहीं बनी है गांव में बाढ़ का पानी भर जाने के कारण प्रदूषित पानी पीने को मजबूर हैं जिलाधिकारी ने तत्काल ही गांव में पानी की व्यवस्था को टंकी के माध्यम से सुचारू रूप से चलने के जिला जल विभाग के अधिकारी को निर्देशदिए। साथ ही मोबाइल से बच्चों को दूर रखने के मां-बाप पिता को निर्देश दिए कहां की मोबाइल को उतना ही उसे करें जितना की जरूरत हो मोबाइल से हो रहे।

अपराध के बारे में भी जानकारी प्रदान की और बताया कि इस जन चौपाल का उद्देश्य ग्रामीणों को अपनी समस्याएं सीधे अधिकारियों के सामने रखने का अवसर प्रदान करना है, ताकि उनका समय पर समाधान हो सके। इस मौके खंड विकास अधिकारी सुनील कुमार जायसवाल, मुख्य विकास अधिकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी समेत अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।

एक ही भूमि पर दो मान्यताएं! शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े का खेल जिलाधिकारी से प्रबंधक अवधेश मिश्रा पर मुकदमा दर्ज कराने की मांग

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फर्रुखाबाद: जनपद में शिक्षा (education) के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़े और भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला फिर सामने आया है। पत्रकार शरद कटियार ने जिलाधिकारी (District Magistrate) आशुतोष कुमार द्विवेदी (IAS) को दिए अपने विस्तृत प्रार्थना पत्र में गंभीर आरोप लगाए हैं कि नवाबगंज क्षेत्र में स्थित एस.के.एम. इंटर कॉलेज और कृष्णा पब्लिक स्कूल की मान्यता जालसाजी और धोखाधड़ी से प्राप्त की गई है।

प्रबंधक अवधेश कुमार मिश्रा, जो स्वयं वकील हैं और कई विवादित मामलों में चर्चित रहे हैं, ने एक ही भवन और भूमि पर इंटरमीडिएट और प्राइमरी दोनों की मान्यता प्राप्त कर ली। इतना ही नहीं, उन्होंने अपनी पत्नी रीता मिश्रा पाठक को विद्यालय की कोषाध्यक्ष और साथ ही प्रधानाचार्य के पद पर नियुक्त कर शासनादेशों की खुली धज्जियां उड़ाईं।

पत्र के अनुसार, जिलाधिकारी के आदेश पर उप जिलाधिकारी कायमगंज, जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) डॉ. आदर्श कुमार त्रिपाठी, और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) लालजी यादव की त्रिस्तरीय जांच समिति गठित की गई थी।
दिनांक 11 नवंबर 2020 की रिपोर्ट में यह स्पष्ट पाया गया कि एक ही व्यक्ति — रीता मिश्रा पाठक — को दो अलग-अलग नामों से दो पदों पर नियुक्त किया गया है। साथ ही, विद्यालयों की मान्यता एक ही भवन और भूमि (गाटा संख्या 194 एवं 195) पर प्राप्त की गई, जो शिक्षा विभाग के नियमों का सीधा उल्लंघन है।

तत्कालीन जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने 1 दिसंबर 2020 को शासन को पत्र भेजकर इन विद्यालयों की मान्यता प्रत्याहरण (रद्द) करने की संस्तुति की थी। डीआईओएस की आख्या में भी उल्लेख था कि प्रबंधक अवधेश मिश्रा ने कोषाध्यक्ष और प्रधानाचार्य के रूप में अपनी पत्नी को नियुक्त कर शिक्षा अधिनियम की धारा 16(छ) का उल्लंघन किया है, जिसमें निकट संबंधियों को प्रबंध समिति में शामिल करने की अनुमति नहीं है।

प्रार्थना पत्र में उल्लेख है कि जब जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. आदर्श त्रिपाठी ने रिपोर्ट प्रस्तुत की, तो प्रबंधक अवधेश मिश्रा ने उनके विरुद्ध छेड़छाड़ का झूठा आरोप लगवा दिया जिससे अधिकारी भयभीत हो गए। हालांकि जिलाधिकारी ने स्वयं एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए, लेकिन डीआईओएस ने कार्रवाई नहीं की।

जमीन पर अवैध कब्जा और चारागाह की भूमि का दोहन

उन्होंने आरोप लगाया है कि अवधेश मिश्रा ने अपनी संस्था कृष्णा शिक्षा प्रचार प्रसार समिति के नाम से चारागाह एवं सरकारी भूमि पर भी कब्जा कर लिया है और उसी पर कृष्णा पब्लिक स्कूल व एस.के.एम. महिला डिग्री कॉलेज का निर्माण कराया है। पत्र में गंभीर आरोप लगाए गए हैं कि डीआईओएस कार्यालय के बाबू राजीव यादव और लिपिक राजेश अग्निहोत्री इस पूरे खेल में साझेदार हैं।उनके अनुसार, इन कर्मचारियों ने अवधेश मिश्रा से आर्थिक लाभ लेकर अवैध मान्यताएं दिलाने और फाइलों को दबाने का काम किया है।

इसके बाद जब मामले की सुनवाई माननीय उच्च न्यायालय में हुई, तो अदालत ने जिलाधिकारी की जांच रिपोर्ट को संवैधानिक करार दिया और कार्रवाई जारी रखने के निर्देश दिए। फिर भी, डीआईओएस नरेंद्र पाल सिंह ने जिलाधिकारी की पुरानी रिपोर्ट दबाकर अपनी नई रिपोर्ट बनाकर निदेशक माध्यमिक शिक्षा को भेजी और उन्हें भ्रमित कर दिया, जिससे मान्यता निरस्तीकरण की कार्रवाई रुक गई।

शरद कटियार ने अपने पत्र में मांग की है कि: प्रबंधक अवधेश कुमार मिश्रा, प्रधानाचार्य रीता मिश्रा पाठक और संबंधित विभागीय अधिकारियों के विरुद्ध संबंधित थाने में मुकदमा दर्ज कराया जाए। पूर्व में की गई त्रिस्तरीय जांच रिपोर्ट को आधार बनाकर मान्यता रद्द करने की कार्रवाई दोबारा प्रारंभ की जाए।डीआईओएस कार्यालय के बाबुओं के विरुद्ध विभागीय जांच कर कठोर दंड दिया जाए।