यूथ इंडिया संवाददाता
कमालगंज, फर्रुखाबाद। नगर पंचायत कमालगंज में अध्यक्ष पति मास्टर के के शंखवार के इशारे पर सहायक लिपिक नंदकिशोर पर गंभीर भ्रष्टाचार कर डीजल की खुली डकैती डाल कस्बे को अंधेरे में डुबोए रहता है सूत्रों के अनुसार, नंदकिशोर सुबह के समय वीरांगना झलकारी बाई शिक्षा संस्थान इंटर कॉलेज, कमालगंज में कार्य करते हैं और दोपहर बाद नगर पंचायत कार्यालय आते हैं। हालांकि, उनका वेतन नगर पंचायत से प्राप्त होता है। साथ ही, यह भी आरोप है कि एक सेवानिवृत्त शिक्षक मुल्ला जी को निजी तौर पर लेन-देन के लिए रखा गया है, और कुछ कर्मचारियों के नाम पर कागज़ों में काम दिखाकर वेतन निकाला जाता है। इन आरोपों के कारण नगर पंचायत की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।
डीजल घोटाले के गंभीर आरोप
नंदकिशोर पर डीजल पर्चियों में हेर-फेर का आरोप भी है। जानकारी के अनुसार, नंदकिशोर पेट्रोल पंप के साथ मिलीभगत कर डीजल की पर्ची बनवाकर उसमें नकद लेन-देन करते हैं, जबकि सरकारी वाहनों के लिए डीजल नहीं लिया जाता। यदि रजीपुर स्थित पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाए, तो इस हेर-फेर की सच्चाई सामने आ सकती है। आरोप है कि उनके परिवार के सभी निजी वाहन सरकारी डीजल से चलते हैं।
रंगाई और अन्य कार्यों में भी घोटाले के आरोप
नगर के पुराने स्वागत द्वार की रंगाई के काम में भी बड़े घोटाले की बातें सामने आ रही हैं। आमजन के अनुसार, इस कार्य में अत्यधिक धन खर्च दिखाया गया है, जबकि वास्तविकता कुछ और है। इसके अलावा, नगर पंचायत द्वारा खरीदे गए पानी के फ्रीजर भी बाजार मूल्य से कहीं अधिक दामों पर खरीदे गए हैं, जो कमीशन की लालच में किया गया हो सकता है।
कर्मचारियों पर दबाव और धमकी
नंदकिशोर पर नगर पंचायत के अन्य कर्मचारियों पर दबाव डालने और उन्हें हटाने की धमकी देने के आरोप भी लगे हैं। आरोप है कि वे नगर पंचायत के संचालन में अत्यधिक हस्तक्षेप करते हैं और नगर के नक्शा वसूली में भी मोटी कमाई कर रहे हैं। इस कारण नगर पंचायत के कर्मचारी और आमजन असहाय महसूस कर रहे हैं, और कस्बे में त्राहि-त्राहि मची हुई है।
इन गंभीर आरोपों के बाद अब नगर पंचायत कमालगंज के कार्यों की निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि इन आरोपों की सही ढंग से जांच की जाए तो बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हो सकता है। नगर के कई सामाजिक संगठनों और जागरूक नागरिकों ने जिलाधिकारी से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने की अपील की है, ताकि नगर पंचायत कमालगंज में पारदर्शिता और ईमानदारी से काम किया जा सके।