यूथ इंडिया संवाददाता
आगरा। महिला इंस्पेक्टर के सरकारी आवास पर अभद्रता और मारपीट का मामला सामने आया है। महिला इंस्पेक्टर और उनके मित्र, जो मुजफ्फरनगर में तैनात इंस्पेक्टर हैं, के साथ मारपीट हुई है। इस घटना पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
महिला इंस्पेक्टर और मुजफ्फरनगर में तैनात पुरुष इंस्पेक्टर के हाथ में फ्रेक्चर हुआ महिला इंस्पेक्टर की तहरीर पर छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज। पुरुष इंस्पेक्टर की पत्नी, साला, और एक अन्य पर जानलेवा हमले का मुकदमा।
महिला थाना प्रभारी के साथ हुई अभद्रता के दौरान पुलिसकर्मियों ने मदद करने के बजाय वीडियो बनाए। कर्तव्य में लापरवाही के चलते डीसीपी सिटी ने आठ पुलिस कर्मियों को दोषी माना है।
हेड कांस्टेबल हरिकेश और विशाल, महिला थाना की रेखा। दारोगा सुनील लाम्बा, दारोगा देवेंद्र, सिपाही अंकित, पीआरवी पर तैनात सिपाही गिरीश, चालक सिपाही राजेंद्र को निलंबित किया गया।
यह घटना पुलिस कमिश्नरेट के इतिहास में लापरवाही, साजिश और कर्तव्य अपरायणता का एक ऐतिहासिक मामला बन गई है। महिला प्रभारी से मन ही मन रंजिश मानकर पुलिसकर्मियों ने जानबूझकर यह रायता फैलाया था। घटना के बाद, पुलिस प्रशासन ने कठोर कदम उठाते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की है। डीसीपी सिटी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित निर्णय लिया और दोषियों को सजा दी।
इस घटना ने समाज में पुलिस विभाग की छवि को प्रभावित किया है। आम जनता में इस बात को लेकर गुस्सा है कि कर्तव्य के प्रति लापरवाही और आपसी रंजिश के चलते महिला इंस्पेक्टर और उनके मित्र को इस तरह की प्रताडऩा सहनी पड़ी।
मामले की विस्तृत जांच की जा रही है और पुलिस प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि सभी दोषियों को उचित सजा मिलेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी।
महिला इंस्पेक्टर संग सरकारी आवास पर बड़ी घटना ने किया खाकी को शर्मशार
