यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद, 21 अगस्त। बुधवार को लोधी जागृति मंच के बैनर तले उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल स्व. कल्याण सिंह की द्वितीय पुण्यतिथि के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम सभासद विश्वनाथ राजपूत के हाता करम खां पर हुआ, जहां समाज के विभिन्न वर्गों ने स्व. कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके सिद्धांतों का स्मरण किया।
इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने स्व. कल्याण सिंह के चित्र का पूजन किया और पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के दौरान बाबू कल्याण सिंह अमर रहे और जब तक सूरज चांद रहेगा, बाबूजी का नाम रहेगाजैसे नारे लगाए गए।
लोधी जागृति मंच के जिलाध्यक्ष मनोज राजपूत ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि स्व. कल्याण सिंह सिर्फ लोधी समाज के नहीं, बल्कि समस्त हिंदू समाज के नेता थे। उन्होंने कहा, हम सभी को बाबूजी के सिद्धांतों से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद, जब उन्होंने कहा था कि उन्हें अपने कृत्य पर कोई खेद नहीं है, तो उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। बाबूजी के त्याग के कारण ही आज हम सभी भव्य राम मंदिर के दर्शन का गौरव प्राप्त कर पा रहे हैं।
सभासद विश्वनाथ राजपूत ने अपने संबोधन में कहा, आज के समय में लोग प्रधानी जैसा छोटा पद भी नहीं छोड़ते, लेकिन हमारे बाबूजी ने राम मंदिर निर्माण के लिए मुख्यमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद को छोड़ दिया, जैसे वह कोई सामान्य पद हो।
इस कार्यक्रम में जनार्दन राजपूत, आर.सी. राजपूत, तोताराम राजपूत, अजय राजपूत, अंशुल राजपूत, राघवेंद्र राजपूत सहित अन्य कई वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में मंगली राजपूत, राहुल राजपूत, अजय राजपूत, आदेश राजपूत, दीनानाथ राजपूत, मानसिंह राजपूत, सुरेंद्र राजपूत, अंकित राजपूत, विपिन राजपूत, रामकुमार, रामदास राजपूत, सौरभ राजपूत सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इस अवसर पर सभी ने बाबूजी के सिद्धांतों और उनकी त्यागमयी जीवन यात्रा को याद किया और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।