यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। जिले के शिक्षा विभाग में बड़े पैमाने पर जारी हो रहे नोटिसों और उनके पीछे चल रहे भ्रष्टाचार को लेकर अब जांच की तैयारी शुरू हो गई है। भ्रष्टाचार की खबरें सामने आने के बाद जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग में हडक़ंप मच गया है। ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) द्वारा शिक्षक और स्कूल स्टाफ को नोटिस जारी कर रिश्वत वसूलने के मामले ने तूल पकड़ लिया है, जिसके बाद जांच का आदेश दिया गया है।
मंत्री तक पहुंची शिकायतें, हैरानी जताई
मामले की गंभीरता को देखते हुए यह मुद्दा शिक्षा मंत्री तक पहुंच चुका है। शिक्षा व्यवस्था में हो रही इस प्रकार की अनियमितताओं से मंत्री भी हैरान हैं और उन्होंने तुरंत प्रभाव से जांच के आदेश दिए हैं। सूत्रों के अनुसार, हर ब्लॉक में शिक्षकों से अनुचित वसूली और भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर मंत्री ने नाराजगी जताई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
नोटिसों की संख्या और वसूली की जांच
प्रत्येक ब्लॉक में जारी किए जाने वाले नोटिसों की संख्या और उनसे हो रही धन उगाही की भी जांच की जाएगी। जिले के सातों ब्लॉकों में हर महीने करीब 200-300 नोटिस जारी किए जाते हैं, जिससे ब्लॉक स्तर पर भारी भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों से 50,000 रुपये तक की वसूली की जा रही थी, ताकि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न हो।
डीएम ने दिए सख्त निर्देश
जिलाधिकारी ने इस पूरे मामले पर सख्त रुख अपनाते हुए ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों की कार्यशैली की जांच के निर्देश दिए हैं। डीएम ने स्पष्ट किया है कि इस प्रकार की अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
क्या है मामला
जिले के सातों ब्लॉक में ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों द्वारा बड़ी संख्या में नोटिस जारी किए जा रहे थे।
प्रति ब्लॉक 200-300 नोटिस हर महीने जारी किए जाते हैं।
शिक्षकों से ?50,000 तक की रिश्वत लेकर नोटिस वापस ले लिए जाते थे। बढ़पुर और कमालगंज ब्लॉक के अधिकारियों पर गंभीर आरोप।
आगे की कार्रवाई
मामले की जांच के लिए एक विशेष समिति का गठन किया गया है, जो ब्लॉक स्तर पर जारी किए गए नोटिसों और उनके पीछे छिपे भ्रष्टाचार की तह तक जाएगी। मंत्री ने भी जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है, ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
इस भ्रष्टाचार की परतें खुलने के बाद जिले के शिक्षक समुदाय में भी खलबली मची हुई है, और वे इस जांच से उचित न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।