हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्म उत्सव मनाया जाता है। इसे श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami) के नाम से भी जानते हैं। आमतौर पर यह त्योहार दो दिन मनाया जाता है। पहले दिन गृहस्थ और दूसरे दिन वैष्णव संप्रदाय के लोग जन्माष्टमी सेलिब्रेट करते हैं।
इस साल 26 अगस्त को जन्माष्टमी (Janmashtami) मनाई जाएगी। ज्योतिष शास्त्र में 12 राशियां वर्णित है। हर राशि पर किसी न किसी देवी-देवता का विशेष कृपा रहती है। जन्माष्टमी के पावन अवसर जानते हैं कि आखिर भगवान श्रीकृष्ण की प्रिय राशियों के बारे में-
भगवान श्रीकृष्ण की प्रिय राशियां-
1. वृषभ राशि– ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, वृषभ राशि भगवान श्रीकृष्ण की प्रिय राशियों में से एक है। कहा जाता है कि श्रीकृष्ण कृपा से इस राशि के लोगों को तरक्की व सफलता हासिल होती है। ये राशि वाले मुश्किल परिस्थिति को भी अच्छे से संभाल लेते हैं।
2. कर्क राशि– कर्क राशि वालों पर भगवान श्रीकृष्ण की कृपा रहती है। ज्योतिष के अनुसार, इस राशि के जो लोग नियमित रूप से श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना करते हैं, उन्हें जीवन में किसी चीज की कमी नहीं रहती है।
3. सिंह राशि– भगवान श्रीकृष्ण को सिंह राशि अतिप्रिय है। इस राशि के जातक साहसी व पराक्रमी होते हैं। कहा जाता है कि नियमित रूप से कृष्ण उपासना करने से इस राशि के जातकों को कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। बिगड़े हुए काम भी बन जाते हैं।
4. तुला राशि– तुला राशि वालों पर भगवान श्रीकृष्ण की कृपा दृष्टि रहती है। यह श्रीकष्ण की प्रिय राशियों में से एक है। कहा जाता है कि इस राशि के जातकों को कृष्ण जी की पूजा-अर्चना करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
भगवान विष्णु का आठवां स्वरूप हैं श्रीकृष्ण
हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार, भादो मास के कृष्ण अष्टमी तिथि को आधी रात में रोहिणी नक्षत्र में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। शास्त्रों में श्रीकृष्ण को भगवान विष्णु का आठवां स्वरूप बताया गया है। जन्माष्टमी के दिन कृष्ण रूप में भगवान विष्णु ने कंस के अत्याचारों से लोगों को मुक्ति दिलाने के लिए जन्म लिया था।