यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद।
फर्रुखाबाद।शहर में बढ़ती ई-रिक्शा की संख्या ने यातायात व्यवस्था को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है। मुख्य सडक़ों से लेकर गलियों तक, हर जगह ई-रिक्शा की बाढ़ ने आमजन के लिए यात्रा करना मुश्किल कर दिया है। हालात यह हैं कि शहर की प्रमुख सडक़ों पर हर दिन जाम की स्थिति बनी रहती है, जिससे लोगों का दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है।
मुख्य बाजार, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, और सरकारी दफ्तरों के आसपास की सडक़ों पर ई-रिक्शा की भरमार के कारण वाहनों की आवाजाही में बाधा उत्पन्न हो रही है। इसके चलते न केवल यात्रियों को परेशानी हो रही है, बल्कि समय पर पहुंचने में भी उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। विशेष रूप से कार्यालय जाने वाले कर्मचारी और छात्रों के लिए यह समस्या गंभीर होती जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए जारी किए गए आदेशों का शहर में कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है। सीएम योगी ने अव्यवस्थित ई-रिक्शा संचालन पर नियंत्रण के सख्त निर्देश दिए थे, लेकिन स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के कारण यह आदेश सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गया है।
स्थानीय नागरिकों ने इस समस्या को लेकर प्रशासन पर सवाल उठाए हैं और जल्द से जल्द इसका समाधान करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन ने समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं किया, तो शहरवासियों को अपने रोजमर्रा के कामों में और भी बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
शहर के व्यापारी भी इस समस्या से परेशान हैं। उनका कहना है कि जाम के कारण ग्राहकों की संख्या में कमी आ रही है और व्यापार पर इसका बुरा असर पड़ रहा है।
फर्रुखाबाद की यातायात पुलिस ने भी इस स्थिति पर चिंता व्यक्त की है और कहा है कि जल्द ही ई-रिक्शा के संचालन को व्यवस्थित करने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। इसके लिए शहर में अलग-अलग जगहों पर पार्किंग व्यवस्था और ई-रिक्शा के लिए निर्धारित मार्गों का प्रस्ताव किया गया है।
अब देखना यह है कि प्रशासन कब तक इस समस्या का समाधान करता है और शहरवासियों को राहत मिलती है। तब तक, फर्रुखाबाद की सडक़ों पर जाम और अव्यवस्था बनी रहने की संभावना है।