यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रूखाबाद। जिले में गंगापार क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य जारी हैं, लेकिन स्थिति अभी भी चिंताजनक है। गंगा नदी का जलस्तर 5 मीटर से ऊपर पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से 1 मीटर अधिक है।
लगभग 15,000 लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 5,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।500 हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो चुकी हैं और सैकड़ों मकानों को नुकसान पहुंचा है।जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। बाढ़ पीडि़तों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के साथ ही उन्हें भोजन, पानी, और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।10 राहत शिविरों की स्थापना की गई है, जहां पर पीडि़तों को अस्थायी आश्रय दिया गया है। मेडिकल टीमों द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य जांच और प्राथमिक उपचार की व्यवस्था की गई है।
जिलाधिकारी डाक्टर वी के सिंह ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और अधिकारियों को स्थिति पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है ताकि लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। साथ ही, नदी के किनारे जाने से बचने की सलाह दी गई है। जिले में गंगापार बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है, लेकिन प्रशासन और राहत टीमें पूरी तरह से मुस्तैद हैं। लोगों से अनुरोध है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित रहें।