यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। थाना जहानगंज के गांव वंथल शाहपुर में 19 जून को दो भाइयों, गुलाब (35 वर्ष) और अजीत उर्फ दारा (27 वर्ष), की लाश कुएं में मिलने के बाद से पुलिस अब तक इस मामले का खुलासा नहीं कर सकी है। यह अनसुलझा मामला लोधी समाज में गहरा आक्रोश पैदा कर रहा है, और समाज के बड़े नेता भी इस पर नाराजगी जता रहे हैं।
मृतक के परिजनों ने बताया कि उन्हें लगातार डर सता रहा है। इस स्थिति के कारण उन्होंने अपने मकान को बिकाऊ करने और प्रदेश छोडऩे का मन बना लिया है। परिवार ने इस मुद्दे को उठाने के लिए सांसद और क्षेत्रीय विधायक से मुलाकात की, जिसके बाद जाम खोलने की व्यवस्था की गई। हालाँकि, मामले का खुलासा न होने पर परिजनों ने लोधी महासभा के साथ मिलकर पुलिस लाइन के गेट पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया।
परिजनों ने मुख्यमंत्री से जनता दरबार में गुहार लगाई है, जिससे उनकी समस्याओं का समाधान हो सके। इसके अलावा, पुलिस अधीक्षक ने मामले के बाद थाना जहानगंज से विवेचना को मऊ दरवाजा थाने में ट्रांसफर कर दिया था, लेकिन इससे भी स्थिति में कोई सुधार नहीं आया।
महोबा के चरखारी सीट से बीजेपी विधायक बृजभूषण राजपूत ने भी इस मामले में पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गुमराह कर रहे हैं। विधायक ने पीडि़त परिवार के साथ मुख्यमंत्री, डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह से मुलाकात की और फतेहगढ़ पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए।
लोधी समाज की स्थिति को देखते हुए यह स्पष्ट है कि यदि मामले का जल्द खुलासा नहीं हुआ, तो समाज में और भी बड़ा आक्रोश फैल सकता है। यह घटना न केवल न्याय की मांग कर रही है, बल्कि यह आगामी चुनावों में भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन सकती है।