यूथ इंडिया संवाददाता
अमृतपुर, फर्रुखाबाद। गंगा नदी में आया बाढ़ का तूफान अब थम गया है लेकिन ग्रामीणों की समस्याओं में राहत मिलती नहीं दिखाई दे रही है।बाढ का पानी उतरते ही दर्जनों गांवों में बीमारी का खतरा दिखाई दे रहा है। बीमारियां पैर पसारने लगी हैं।
क्षेत्र में बाढ़ का पानी निकालने के बाद जल भराव हो गया है जिसके कारण मच्छर पनपने लगे हैं। जिससे टाइफाइड मलेरिया वायरल फीवर खाज खुजली खांसी जुखाम दस्त आदि मरीजों की संख्या अस्पतालों में उमड़ रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम में कागजों में दवा वितरण करती नजर आ रही है। तथा पीडि़त ग्रामीणों ने बताया की बाढ़ आने के कारण हरे चारे का संकट मंडरा रहा है।
जिसके कारण हरा चारा जो खेतों पर खड़ा था वह नष्ट हो गया है। अब जानवरों को खिलाने के लिए ग्रामीण15 से 20 किलोमीटर की दूरी से चारा लाकर ग्रामीणों को हरा चारा खिलाने को मजबूर हैं। बीते दिन पूर्व जिला अधिकारी डॉक्टर वीके सिंह के द्वारा सीवीओ को चारा व टीकाकरण करवाने के निर्देश दिए थे लेकिन कोई भी असर देखने को नहीं मिला।