यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद, कमालगंज। शनिवार को कान्हा गौशाला में उस वक्त हंगामा मच गया जब नगर पंचायत के कर्मचारी नारायण सिंह चौहान ने गौशाला में बड़े पैमाने पर घोटाले का आरोप लगाया। नारायण सिंह ने कहा कि चेयरमैन और गौशाला के कर्मचारी श्याम कुमार मिलकर लाखों रुपये का गबन कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि गौशाला में लगातार गोवंशों की मौत हो रही है, और मृत गोवंशों को गौशाला के पीछे दफनाया जा रहा है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टर अनुज दुबे, अधिशासी अधिकारी विनोद कुमार, कानूनगो, तहसीलदार श्रद्धा पांडेय सहित अन्य अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंच गए। इस मामले ने अब तूल पकड़ लिया है, और सभी की नजरें अब इस पर हैं कि प्रशासनिक कार्यवाही क्या रूप लेगी। कमालगंज की देवरान गढिय़ा स्थित कान्हा गौशाला, जिसकी लागत करीब 1.65 करोड़ रुपये थी, में नारायण सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि गोबर बिक्री के रुपये में भी घोटाला किया गया है। उन्होंने कहा कि गोबर की नीलामी से प्राप्त धनराशि सरकारी खजाने में जमा करने के आदेश के बावजूद, लगभग 2 लाख रुपये का गोबर चोरी-छुपे फुटकर में बेचकर गोलमाल किया गया है। गौशाला में नाम मात्र के लिए थोड़ी सी जमीन पर हरा चारा बोया गया है, जिसे अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान दिखाया जाता है, जबकि वास्तविकता में गोवंशों को हरा चारा नहीं दिया जा रहा है।
इस मौके पर तहसीलदार श्रद्धा पांडे, ईओ विनोद कुमार, और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और नारायण सिंह चौहान को समझाया। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि वह लिखित में शिकायत दर्ज कराते हैं, तो जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी। नारायण सिंह चौहान ने आगे बताया कि बसपा से जुड़ी मानसिकता के चेयरमैन पति भाजपा सरकार की योजनाओं को धूमिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासनिक स्तर पर क्या कदम उठाए जाते हैं।