
– विधायक के पत्राचार से बाधित हो रहे विकास कार्य: केके शंखवार
– गुस्ताख मास्टर शंखवार आए दिन करता सरकारी काम में व्यवधान
कमालगंज। नगर पंचायत सभागार में आयोजित बोर्ड मीटिंग में विकास कार्यों को लेकर जमकर हंगामा हुआ। बैठक में पांच एजेंडे पर चर्चा की गई, जिनमें से दो प्रस्तावों पर संशोधन की जरूरत बताई गई। अधिशासी अधिकारी विनोद कुमार ने सभी वार्ड मेंबर्स से विकास कार्यों के प्रस्तावों पर चर्चा कर समाधान निकालने के निर्देश दिए।बैठक के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि नगर पंचायत की गौशाला का फंड, गोबर और पुराने मलवे से प्राप्त राशि नगर पंचायत के फंड में जमा कर दी गई, जबकि इसे गौशाला कोष में जाना चाहिए था। इस मुद्दे को लेकर वार्ड नंबर 5 के सभासद अजय कुमार ने अध्यक्ष पर सुनवाई न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो वे अपने पद से इस्तीफा देने पर मजबूर होंगे।बोर्ड मीटिंग के बाद भोजपुर विधायक नागेंद्र सिंह राठौर के प्रतिनिधि शिव कुमार गोयल और नगर पंचायत अध्यक्ष पति कृष्ण कुमार शंखवार के बीच विकास कार्यों को लेकर तीखी बहस हुई। शंखवार ने विधायक के पत्राचार को विकास कार्यों में बाधा बताते हुए नाराजगी जाहिर की। इस पर शिव कुमार गोयल ने सभी सभासदों के साथ योजनाएं बनाने की सलाह दी।
सभासदों की नाराजगी और आरोप
सभासद विक्की दिवाकर ने पानी लीकेज की समस्या को लेकर जोरदार बहस की, जबकि सभासद रोशनी असौलिया ने अपनी शिकायतें दर्ज कराईं। कई सभासद चेयरमैन की कार्यशैली से नाराज नजर आए।अध्यक्ष के पति केके शंखवार पर भी आरोप लगे कि वे स्कूल समय में राजनीतिक हस्तक्षेप करते हैं। सभासदों ने नगर पंचायत कार्यालय में उनके हस्तक्षेप पर रोक लगाने की मांग की।मीटिंग में नगर पंचायत अध्यक्ष राजबेटी शंखवार, सभासद इजाजत खां, अशोक कुमार श्रीवास्तव, अवधेश कुमार, अनुराग यादव, सरस्वती राजपूत, मिथलेश हलवाई और अन्य नगर पंचायत कर्मचारी उपस्थित रहे।
इस मीटिंग में अध्यक्ष पति केके शंखवार की एक टिप्पणी ने विवाद बढ़ा दिया। उन्होंने कहा, “हम विधायक की बात नहीं मानते,” जिससे विधायक समर्थकों और सभासदों में रोष फैल गया।
बैठक से स्पष्ट है कि नगर पंचायत में असंतोष का माहौल बन चुका है।