- नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान से शुरू हुआ पांच दिवसीय शिविर, विशेषज्ञों ने दी वन्य जीवों की रोमांचक जानकारी
लखनऊ: वन्य जीवन संरक्षण और पर्यावरणीय संवेदनशीलता को लेकर बच्चों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से ‘जूनियर कन्ज़र्वेशनिस्ट नेचर कैम्प’ का भव्य शुभारंभ आज नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान, लखनऊ में हुआ। यह कार्यक्रम माननीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार, जयवीर सिंह की प्रेरणा तथा प्रमुख सचिव, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के कुशल मार्गदर्शन में संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा संचालित राज्य संग्रहालय, लखनऊ और टर्टिल सर्वाइवल एलाइन्स फाउंडेशन, इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
इस पांच दिवसीय पर्यावरण-शैक्षिक शिविर का उद्देश्य बच्चों को जैव विविधता, वन्य जीव संरक्षण एवं प्राकृतिक संतुलन जैसे महत्वपूर्ण विषयों से अवगत कराना है ताकि उनमें प्रकृति के प्रति संवेदनशील नागरिक बनने की भावना विकसित हो।
शिविर के पहले दिन प्रतिभागियों को टर्टिल सर्वाइवल एलाइन्स फाउंडेशन के विशेषज्ञ डॉ. अनुराग एवं सुश्री श्रीपर्णा दत्ता ने प्राणी उद्यान का व्यापक भ्रमण कराया। भ्रमण के दौरान बच्चों को शेर, बाघ, तेंदुआ और चीता जैसे मांसाहारी प्राणियों की त्वचा की संरचना, शिकार तकनीक, और मगरमच्छ की “डेथ रोल” प्रणाली के बारे में विस्तार से बताया गया।
बच्चों ने विशेष रुचि के साथ सरीसृपों की दुनिया को समझा — टर्टिल और टव्याइज़ के बीच अंतर, भारत में पाए जाने वाले 25 प्रजातियों के कछुए और 5 प्रकार के टव्याइज़, साथ ही रसल वाइपर जैसे सीधे बच्चे देने वाले सांपों की जानकारी प्राप्त की। धामिन साँप की अद्भुत पेड़ों पर चढ़ने की क्षमता और अंडों व पक्षियों का शिकार करने की प्रवृत्ति ने भी बच्चों को आकर्षित किया।
दिन के अंत में बच्चों को एक वर्कशीट प्रदान की गई जिसमें उन्होंने दिनभर के अनुभवों पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दिए और पशु-पक्षियों के चित्र बनाए। इस गतिविधि में बच्चों ने अत्यंत रचनात्मकता और उत्साह के साथ भाग लिय!
इस आयोजन को सफल बनाने में शारदा प्रसाद, राहुल सैनी, अनुराग द्विवेदी, रामू, सुरेश, श्री सत्यपाल शर्मा एवं श्रीमती पूनम का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।