पूर्वी भारत न केवल सांस्कृतिक विविधता का परिचायक है, बल्कि प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक स्थलों से भरपूर एक अनमोल पर्यटन क्षेत्र भी है। अगर आप भीड़-भाड़ से दूर शांति और रोमांच की तलाश में हैं, तो इन पाँच स्थानों पर एक बार जरूर जाएं।
🏔️ 1. दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल): “कंचनजंघा की गोद में बसा एक शांत शहर”
दार्जिलिंग चाय के हरे-भरे बागानों, ठंडी जलवायु और हिमालयी नजारों के लिए दुनिया भर में मशहूर है। यहां की टॉय ट्रेन, जो यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में दर्ज है, एक अलग ही अनुभव देती है।
मुख्य आकर्षण: टाइगर हिल से सूर्योदय, बतासिया लूप, जापानी मंदिर, चाय बागान।
🏞️ 2. गंगटोक (सिक्किम): “स्वच्छता और सुंदरता का आदर्श उदाहरण”
सिक्किम की राजधानी गंगटोक प्राकृतिक दृश्य, ऊँचे पहाड़ और तिब्बती संस्कृति का एक बेहतरीन मिश्रण है। यहां का नाथुला पास पर्यटकों को लुभाता है जो भारत-चीन सीमा पर स्थित है।
मुख्य आकर्षण: त्सोंगमो झील, एम.जी. रोड मार्केट, इनछे मोनेस्ट्री, नाथुला पास।
🌊 3. पुरी (ओडिशा): “धर्म और सागर का संगम”
पुरी भारत के चार धामों में से एक है और जगन्नाथ मंदिर के लिए विश्वविख्यात है। साथ ही, समुद्र तटों और पास में स्थित कोणार्क मंदिर के कारण यह धार्मिक और प्राकृतिक दोनों दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थल है।
मुख्य आकर्षण: जगन्नाथ मंदिर, पुरी बीच, कोणार्क सूर्य मंदिर, चिल्का झील।
🌿 4. कोहिमा (नागालैंड): “हॉर्नबिल फेस्टिवल से जानिए नागा संस्कृति को”
कोहिमा नागालैंड की राजधानी है, जो अपने जनजातीय उत्सवों और हरियाली से भरपूर घाटियों के लिए प्रसिद्ध है। यहां हर साल दिसंबर में हॉर्नबिल फेस्टिवल आयोजित होता है, जो भारत के सबसे प्रसिद्ध सांस्कृतिक आयोजनों में से एक है।
मुख्य आकर्षण: कोहिमा वॉर सेमेट्री, द्जुको वैली, किज़ोमा हेरिटेज विलेज, हॉर्नबिल फेस्टिवल।
☁️ 5. शिलांग (मेघालय): “पूर्व का स्कॉटलैंड”
शिलांग अपनी हरियाली, झरनों और ठंडी फिजाओं के लिए प्रसिद्ध है। एशिया का सबसे स्वच्छ गाँव मावलिननॉन्ग भी यहीं पास में स्थित है। चेरापूंजी और मौसिनराम जैसी अत्यधिक वर्षा वाली जगहें इसे और खास बनाती हैं।
मुख्य आकर्षण: उमियम झील, एलिफैंट फॉल्स, चेरापूंजी, मावलिननॉन्ग गाँव।
📌 निष्कर्ष:
पूर्वी भारत के ये पाँच स्थल न केवल सुकून देने वाले हैं, बल्कि यहां की संस्कृति, परंपरा और प्राकृतिक सौंदर्य आपकी आत्मा को छू लेंगे। अगली बार जब आप छुट्टियों की योजना बनाएं, तो इन गंतव्यों को अपनी सूची में जरूर शामिल करें।
📍 ट्रैवल टिप्स:
यात्रा से पहले मौसम की जानकारी जरूर लें।
स्थान विशेष के रीति-रिवाजों और स्थानीय नियमों का सम्मान करें।
दिसंबर में हॉर्नबिल फेस्टिवल और जून-सितंबर में चेरापूंजी के झरनों का मौसम बेस्ट होता है।