– प्रबंध निदेशक ने दिए तत्काल कार्रवाई के निर्देश
– केंद्रीय मंत्री ने लिया संज्ञान
– सत्यपरख खबरों से बौखला दिलवा रहे शरद कटियार को धमकियां, भेज रहे विधिक नोटिस
लखनऊ/नई दिल्ली: हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) के उत्तर प्रदेश स्टेट हेड अरुनी कुमार के विरुद्ध दैनिक यूथ इंडिया संपादक शरद कटियार के उत्पीड़न, भ्रष्टाचार और दबाव बनाने जैसे गंभीर आरोपों को लेकर भेजे गए एक पत्र पर एचयूआरएल नई दिल्ली , के प्रबंध निदेशक ने संज्ञान लेते हुए तत्काल आवश्यक कार्रवाई के आदेश बुधवार को संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।
यह पत्र दैनिक यूथ इंडिया के प्रकाशक एवं मुख्य संपादक श्री शरद कटियार द्वारा केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल समेत एचयूआरएल के प्रबंध निदेशक सहित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को 6 मई को मेल और डाक के जरिए भेजा गया था, जिसमें आरोप लगाया गया कि रायबरेली में पदस्थ मार्केटिंग अधिकारी निशांत गौरव सक्सेना के परिवार के उत्पीड़न पर आधारित वैध समाचार प्रकाशित करने के बाद, अरुनी कुमार ने न केवल खबर रोकने का दबाव बनाया, बल्कि उन्हें विधिक नोटिस भेज और कई सफेदपोश सहित माफिया ,साथ ही जनपद फर्रुखाबाद पुलिस से अन्य किसी कार्यवाही मे फंसा डराने का प्रयास भी किया। जिस मामले में उन्होंने भारतीय प्रेस परिषद समेत मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश और जिम्मेदार अफसरों को ई -मेल और पत्र के जरिए से सात मई 2025 को सूचित कर दिया है । कहा , आरुणि कुमार उनकी हत्या भी करा सकते हैं।
प्रकाशित समाचार फतेहगढ़ के पुलिस अधीक्षक को भेजे गए शिकायती पत्र, फर्रुखाबाद के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष दाखिल वाद, और केंद्रीय राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल सहित अन्य पुलिस उच्चाधिकारियों को प्रेषित पत्रों के आधार पर तैयार किया गया था। इसके बावजूद श्री कुमार द्वारा खबर पर रोक लगाने का प्रयास किया गया।
सम्पादक श्री कटियार ने स्पष्ट किया है कि यदि भविष्य में उनके या उनके स्टाफ के विरुद्ध किसी प्रकार की अनैतिक अथवा दमनात्मक कार्रवाई होती है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी अरुनी कुमार की होगी। उन्होंने चेताया है कि यदि इस प्रकरण में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई नहीं हुई, तो वे इसे राष्ट्रीय मीडिया, प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया, उच्च न्यायालय एवं संसद तक ले जाने के लिए बाध्य होंगे।
पत्र प्राप्त होने के उपरांत एचयूआरएल के प्रबंध निदेशक शिवा प्रसाद मोहंती ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, अधीनस्थ अधिकारियों को “तत्काल आवश्यक कार्रवाई हेतु” निर्देशित किया है। यह प्रशासनिक सक्रियता दर्शाती है कि कंपनी अब इस पूरे मामले की पारदर्शी जांच कर दोषियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई कर सकती है।