24.7 C
Lucknow
Thursday, February 6, 2025

मेला हमारा, गंगा हमारी: सुविधाओं में अनदेखी पर संतों का आक्रोश

Must read

– सत्य गिरी महाराज ने दी चेतावनी, सुविधाओं की कमी पर जताई नाराजगी

फर्रुखाबाद।श्री रामनगरिया मेले में प्रशासन की अनदेखी और मूलभूत सुविधाओं की कमी को लेकर संत समाज और कल्पवासी बेहद नाराज हैं। सत्य गिरी महाराज ने प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा, “मेला हमारा है, गंगा हमारी है, लेकिन प्रशासन की हर धर्मिता और भ्रष्टाचार को सहन नहीं करेंगे। अगर मूलभूत सुविधाओं में सुधार नहीं हुआ, तो आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।”

सत्य गिरी महाराज ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “यह मेला पैसा देता है, डीएम, एसपी, सांसद, विधायक नहीं। यह पैसा जनता का है, जो मेले की सुविधाओं पर खर्च होना चाहिए, लेकिन प्रशासन इसे अपनी जागीर समझ रहा है।”

सत्य गिरी महाराज ने आरोप लगाया कि मेला क्षेत्र में पानी, बिजली, और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए घूसखोरी हो रही है। उन्होंने कहा, “कल्पवासियों और संतों को जो सुविधाएं दी जानी चाहिए, वे नहीं मिल रहीं। प्रशासनिक लापरवाही के चलते श्रद्धालुओं को परेशानी झेलनी पड़ रही है।”

आंकड़ों में देखें स्थिति देखें तो

पानी की किल्लत: मेला क्षेत्र के 60% हिस्सों में पानी की आपूर्ति बाधित है।

बिजली की समस्या: 40% क्षेत्र में बिजली की व्यवस्था नहीं है।

शौचालय की कमी: 1 लाख श्रद्धालुओं के लिए केवल 500 शौचालय, जिनमें से 200 खराब हैं।

सफाई व्यवस्था: 70% क्षेत्र में सफाई का अभाव।

संतों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे। सत्य गिरी महाराज ने कहा, “प्रशासन को चेतावनी देते हैं कि गंगा के इस पवित्र मेले में श्रद्धालुओं को असुविधा नहीं होने देंगे।”

उन्होंने आगे कहा, “यह पैसा श्रद्धालुओं की मेहनत का है, जो भगवान के प्रति उनकी आस्था से आता है। इसे भ्रष्टाचार और लापरवाही की भेंट नहीं चढ़ने देंगे।”

जब जिला प्रशासन से इस मामले पर सवाल पूछा गया, तो अधिकारी ने कहा, “हम स्थिति का जायजा ले रहे हैं और जल्द ही आवश्यक कदम उठाएंगे।” हालांकि, अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।संत समाज और श्रद्धालुओं ने साफ कर दिया है कि अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो सत्याग्रह और धरना प्रदर्शन किया जाएगा।यह मेला हमारी संस्कृति और आस्था का प्रतीक है, और प्रशासन की लापरवाही इसे नुकसान पहुंचा रही है। अब देखने की बात होगी कि प्रशासन इस चेतावनी को कितना गंभीरता से लेता है।

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest article