फर्रुखाबाद: ढाईघाट शमसाबाद में चल रहे ऐतिहासिक कार्तिक मेले में बुधवार को भारी अव्यवस्थाओं के चलते जिले के उच्चाधिकारियों तक को जाम का सामना करना पड़ा। श्रद्धालुओं की भीड़ और व्यवस्थाओं की कमी के कारण सुबह से लेकर दोपहर तक मार्गों पर लंबा जाम लगा रहा। इस जाम में जिलाधिकारी (District Magistrate) फर्रुखाबाद एवं पुलिस अधीक्षक (Superintendent of Police) फर्रुखाबाद का काफिला भी फंस गया, जिससे प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया।
गंगा तट पर सदियों से लगने वाला यह धार्मिक मेला हर वर्ष लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। इस बार भी भीड़ का सैलाब उमड़ा, लेकिन उचित यातायात व्यवस्था और नियंत्रण की कमी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी। दो दिन पूर्व ही उच्च अधिकारियों द्वारा मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए थे। सीओ कायमगंज और उपजिलाधिकारी कायमगंज ने विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए थे, परंतु बुधवार को हालात इन निर्देशों की पोल खोलते नजर आए।
ढाईघाट शमसाबाद एवं शाहजहांपुर मार्ग पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और वाहनों की अधिकता के चलते जाम की स्थिति इतनी भयावह हो गई कि पुलिस कर्मियों के पसीने छूट गए। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक का काफिला जब जाम में फंसा, तो दोनों अधिकारियों ने वहीं से संबंधित पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और किसी तरह पुल के निकट से स्थिति का जायजा लेकर बैरंग लौट गए।


