मुरादाबाद। संभल की जामा मस्जिद विवाद (Jama Masjid Controversy) को लेकर रविवार को लोग हिंसक हो गए। मस्जिद के सर्वे से नाराज भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया और अधिकारियों के वाहन फूंक दिए। पुलिस ने भी भीड़ पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। पथराव की घटना तब हुई जब एक सर्वेक्षण टीम मस्जिद का सर्वेक्षण करने के लिए शाही जामा मस्जिद (Jama Masjid) पहुंची। पुलिस ने स्थानीय लोगों से सर्वेक्षण टीम के पहुंचने पर पथराव न करने की अपील की है। पथराव के बाद पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है।
संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार उस स्थान पर पहुंचे, जहां एक सर्वे टीम मस्जिद का सर्वेक्षण करने के लिए शाही जामा मस्जिद पहुंची थी। वहीं पर पथराव की घटना हुई है। इलाके में हालात तनावपूर्ण हैं। शासन ने जामा मस्जिद के चारों ओर बैरिकेडिंग कर इलाके को सील कर दिया है। मौके पर डीएम, एसपी और एडीएम समेत जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं। आसपास के थानों से भी अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है।
मस्जिद की सुरक्षा बढ़ाई गई
पथराव और हंगामे के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। प्रशासन ने जामा मस्जिद के चारों ओर बैरिकेडिंग कर इलाके को सील कर दिया है। मौके पर डीएम, एसपी और एडीएम समेत जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं। आसपास के थानों से भी अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है।
दो घंटे चला सर्वे, रिपोर्ट 29 नवंबर को पेश होगी
मस्जिद के अंदर सुबह 7:30 बजे से लगभग दो घंटे तक सर्वे चला। कोर्ट कमिश्नर रमेश राधव की अगुवाई में टीम ने मस्जिद के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया। सर्वे पूरा होने के बाद टीम वहां से निकल गई। इस मामले की अगली सुनवाई 29 नवंबर को होनी है, जिसमें सर्वेक्षण की प्रारंभिक रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाएगी।
आपत्तिजनक पोस्ट पर कार्रवाई तय
पुलिस की एक टीम सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर निगरानी कर रही है। भड़काऊ या विवादित पोस्ट करने पर पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाएगी। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि इस तरह की पोस्ट से अशांति फैल सकती है। इसलिए टीम को निगरानी पर लगाया हुआ है। एक मामला प्रकाश में आया था तो कार्रवाई की गई थी। इसी तरह लोगों को पाबंद भी करने की कार्रवाई जारी है।
जामा मस्जिद का यह है मामला
हिंदू पक्ष की ओर से न्यायालय में जो वाद दायर किया गया है। उसमें उन्होंने हरिहर मंदिर होने का दावा किया है। न्यायालय ने कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर दिया है। मंगलवार को कोर्ट कमिश्नर ने मस्जिद पहुंचकर सर्वे भी किया था। करीब दो घंटे तक वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई थी। कोर्ट कमिश्नर 29 नवंबर को न्यायालय में रिपोर्ट पेश करेंगे। इस सर्वे के बाद से जामा मस्जिद के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस वाद को दायर करने में वादीगण में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता हरिशंकर जैन, पर्थ यादव, महंत ऋषिराज गिरि, राकेश कुमार, जीतपाल सिंह यादव, मदनपाल, वेदपाल और दीनानाथ शामिल हैं। हरिशंकर जैन के बेटे विष्णु शंकर जैन इस मामले में अधिवक्ता के तौर शामिल हैं।
यह विवाद 19 नवंबर को शुरू हुआ था, जब मस्जिद पर हरिहर मंदिर होने का दावा किया गया और सर्वे किया गया। इसके बाद से ही मामला कोर्ट में है और क्षेत्र में तनाव बना हुआ है। मस्जिद की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और आसपास के क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।