यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। दुर्वशा आश्रम के संत ईश्वरदास ब्रह्मचारी जी महाराज ने एक हालिया मामले पर गहरी नाराजगी व्यक्त की है, जिसमें संत के वेश में एक ठग ने एक दागी वकील को कानूनी कार्रवाई से बचाने के बदले 25 लाख रुपये की ठगी की है। उन्होंने इस कृत्य को न केवल निंदा योग्य बताया, बल्कि इसे संत समाज को बदनाम करने की साजिश करार दिया।
ईश्वरदास ब्रह्मचारी जी ने कहा कि ऐसे लोग जो संत के नाम और वेश का गलत इस्तेमाल करते हैं, वे समाज और धर्म दोनों को धोखा देते हैं। उन्होंने कहा कि यह घटना संत समाज की छवि पर धब्बा लगाने का प्रयास है और ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
संत समाज ने हमेशा सत्य और धर्म का पालन किया है, और ऐसे ठगों का कोई स्थान नहीं है। ईश्वरदास ब्रह्मचारी जी ने सभी से अपील की कि वे ऐसे फर्जी संतों से सावधान रहें और धर्म का सही मार्गदर्शन करें।
इस घटना ने संत समाज में रोष पैदा कर दिया है, और कई प्रमुख संतों ने भी इस प्रकार की ठगी और जालसाजी के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है।