आगरा। समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के राणा सांगा पर दिए गए विवादित बयान के बाद उनके आगरा स्थित आवास पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और तोड़फोड़ की। इस घटना के बाद सपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव आगरा पहुंचे और रामजी लाल सुमन से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना।
रामजी लाल सुमन ने राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज की समीक्षा के दौरान राणा सांगा को ‘गद्दार’ कहा था। उन्होंने कहा था कि इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को राणा सांगा ने भारत बुलाया था, और इस संदर्भ में उन्होंने राणा सांगा की आलोचना की थी। इस बयान के बाद करणी सेना और अन्य हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश फैल गया।
बयान के विरोध में करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने सांसद सुमन के आवास पर प्रदर्शन किया और जबरन घुसने की कोशिश की। इस दौरान पथराव भी हुआ, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।
अखिल भारत हिंदू महासभा ने भी सांसद सुमन के बयान की कड़ी निंदा की। उन्होंने आगरा में उनका पुतला फूंका और सांसद की जीभ काटकर लाने वाले को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की। महासभा की महिला अध्यक्ष मीरा राठौर ने यह एलान किया, जिससे विवाद और बढ़ गया।
इन घटनाओं के बाद सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव आगरा पहुंचे और रामजी लाल सुमन से मुलाकात की। उन्होंने सुमन को समर्थन देते हुए कहा कि पार्टी उनके साथ खड़ी है और इस तरह के हमलों की निंदा करती है। यादव ने प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
विवाद बढ़ने पर सांसद सुमन ने कहा कि उनका मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके बयान को गलत संदर्भ में लिया गया है और वह सभी समुदायों का सम्मान करते हैं।
वर्तमान में पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण पा लिया है और सांसद सुमन के आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि कानून के दायरे में रहकर ही अपनी बात रखें।