यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रूखाबाद। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व महामंत्री और वरिष्ठ नेता शैलेंद्र सिंह राठौर ने गुमनाम रहते हुए पार्टी हित में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राठौर ने संगठन के भीतर और बाहर विभिन्न वर्गों को जोडऩे का अनूठा काम किया है, विशेष रूप से क्षत्रिय समाज के बीच अपनी प्रभावशाली पहचान बनाई है। उनके योगदान के कारण भाजपा का जनाधार लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते पार्टी हाई कमान की नजर में उनकी छवि मजबूत हो गई है।
राठौर ने क्षत्रिय समाज में अपनी अनूठी पहल और सतत प्रयासों से पार्टी का आधार मजबूत किया है। उनके नेतृत्व में कई क्षत्रिय नेता और कार्यकर्ता भाजपा के साथ जुड़े, जिससे इस वर्ग में पार्टी का प्रभाव बढ़ा। उनके द्वारा किए गए प्रयासों ने भोजपुर विधानसभा में भी भाजपा के लिए सकारात्मक माहौल बनाया है।
भोजपुर विधानसभा में बढ़ा दखल
शैलेंद्र सिंह राठौर ने भोजपुर विधानसभा क्षेत्र में भी पार्टी की पकड़ मजबूत की है। वे लगातार इस क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं, जहां उन्होंने अंदरखाने पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का संचालन किया है। उनकी यह सक्रियता न केवल क्षत्रिय समाज बल्कि अन्य वर्गों के लोगों को भी भाजपा से जोडऩे में सहायक साबित हुई है।
संगठन में बड़ी भूमिका की संभावना
भाजपा हाई कमान ने राठौर के संगठनात्मक कौशल और विभिन्न वर्गों के बीच बढ़ती पैठ को ध्यान में रखते हुए उन्हें भविष्य में संगठन में बड़े दायित्व देने की संभावना जताई है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, उनकी यह छवि और कामकाज पार्टी नेतृत्व के सामने मजबूती से उभर कर आया है, जिससे उन्हें जनपद अथवा मंडल स्तर पर बड़ी जिम्मेदारी मिलने की संभावना प्रबल हो गई है।और उन्हें जनपद के नए राजनैतिक परिदृश्य में नए जिम्मेदार के रूप में माना जा रहा है।
शैलेंद्र सिंह राठौर के नेतृत्व में भाजपा ने विभिन्न वर्गों में अपना जनाधार बढ़ाया है। भोजपुर विधानसभा क्षेत्र में 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को ऐतिहासिक वोट प्राप्त हुए थे, जबकि 2022 में यह संख्या उतनी नही बढ़ी क्योंकि क्षेत्र का क्षत्रिय विधायक नागेंद्र सिंह से बुरी तरह नाराज था , शैलेंद्र सिंह ने ये नाराजगी दूर करने में महती भूमिका निभाई थी,जिसके चलते बीजेपी प्रत्याशी नागेंद्र सिंह राठौर लगातार दूसरी बार एमएलए बने। इसके अलावा, क्षत्रिय समाज के लगभग 5,000 नए सदस्य भाजपा से जुड़े हैं, जिनमें से अधिकांश राठौर की पहल पर पार्टी में शामिल हुए।
भाजपा नेता शैलेंद्र सिंह राठौर ने पार्टी के लिए जो गुप्त और सतत प्रयास किए हैं, उनके परिणामस्वरूप संगठन में उनकी अलग पहचान बनी है। क्षत्रिय समाज के साथ उनके जुड़ाव और भोजपुर विधानसभा में उनके बढ़ते प्रभाव के कारण पार्टी हाई कमान के सामने उनकी छवि मजबूत हो रही है। संगठन में बड़े दायित्व की प्रबल संभावना और भोजपुर में उनकी मजबूत पकड़ ने राठौर को भाजपा के प्रमुख नेताओं में स्थान दिलाया है।