
सरदार वल्लभ भाई पटेल, जिन्हें ‘लौह पुरुष’ के नाम से जाना जाता है, ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके अद्वितीय नेतृत्व और दृढ़ संकल्प ने न केवल भारत के विभाजन को रोका, बल्कि विभिन्न जातियों और धर्मों को एकजुट कर एक संपूर्ण राष्ट्र की नींव रखी। उनके शब्द “हमें निश्चय कर लेना चाहिए कि हमें हिंदुस्तान में भाई-भाई की तरह रहना है” आज भी हमारे लिए एक अमूल्य संदेश है।
पटेल जी का यह विचार हमें यह सिखाता है कि विविधता में एकता ही हमारी ताकत है। उन्होंने हमेशा यह विश्वास दिलाया कि चाहे कोई भी कौम हो—हिंदू, मुसलमान, सिख, पारसी या ईसाई—हम सभी को एक ही धागे में पिरोना है। उनके दृष्टिकोण ने भारतीय समाज को एक नई दिशा दी, जिसमें सभी धर्मों और संस्कृतियों का सम्मान किया गया।
उनकी पुण्यतिथि पर, हमें यह याद करना चाहिए कि उनके विचार न केवल एक ऐतिहासिक संदर्भ में महत्वपूर्ण हैं, बल्कि आज के समय में भी उतने ही प्रासंगिक हैं। हमारे समाज में बढ़ती असहिष्णुता और विभाजन की भावना के बीच, पटेल जी की शिक्षाएं हमें एकजुटता और बंधुत्व का संदेश देती हैं।
आने वाली पीढ़ियों के लिए, सरदार पटेल का जीवन और उनके विचार प्रेरणास्रोत बने रहेंगे। हमें उनके आदर्शों को अपनाते हुए राष्ट्र की सेवा में समर्पित रहना चाहिए। यही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
लेखक दैनिक यूथ इंडिया के स्टेट हेड हैं।