यूथ इंडिया संवाददाता
अमृतपुर, फर्रुखाबाद। गंगा पार क्षेत्र में बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए जिला प्रशासन लगातार सतर्क बना हुआ है। बीते सप्ताह जिला अधिकारी बीके सिंह ने बाढ़ क्षेत्र का दौरा किया था और बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलकर उनके बारे में जानकारी हासिल की थी।
अधिकारियों और अपने मातहत कर्मचारियों के साथ वह तीसराम की मडैया जाने वाले रास्ते पर पहुंचे जहां वह सडक़ सैलाब के पानी से क्षतिग्रस्त हो गई थी। आवागमन बंद हो चुका था। नाव का सहारा लिया जा रहा था। उस कटे रास्ते को देखकर जिलाधिकारी ने आदेश दिए थे कि आवागमन के इस रास्ते पर ईंट पत्थर डालकर कटी हुई सडक़ को सुचारु किया जाए। परंतु काफी समय बीत जाने के बाद भी उस सडक़ के कटे स्थान पर अभी तक ईट पत्थर नहीं डाले गए। पानी भरे होने के कारण नाव की संख्या बढ़ा दी गई। जिसके सहारे से आवागमन शुरू हो गया। परंतु इस नाव पर कोई भी नाविक तैनात नहीं है। गांव वाले जोखिम उठाकर स्वयं इस नाव का संचालन करते हैं और तेज धार से आवागमन करते हैं। गांव वालों का कहना है कि अवरुद्ध मार्ग को जल्द ठीक कराया जाए जिससे दो पहिया वाहन वहा से निकल सके और आने-जाने में सुगमता हो सके। जिससे मुख्यालय तक और सब्जी बाजारों तक पहुंचकर जरूर की चीज खरीदकर घर लाई जा सके।