यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। जिले में भारी बारिश के कारण उत्पन्न बाढ़ ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। शहर के निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति गंभीर हो गई है, जिससे सैकड़ों लोग प्रभावित हुए हैं। गंगा और रामगंगा नदियों का जलस्तर लगातार बढऩे से ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्थिति विकट हो रही है।
जिले के कई इलाके जैसे नगला हूसा, शमशाबाद, और अमृतपुर में बाढ़ का पानी घुस चुका है। सडक़ों पर पानी भरने से यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। निचले इलाकों में बसे लोग अपने घरों को छोडक़र सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हो गए हैं। खेतों में खड़ी फसलें बर्बाद हो रही हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।
प्रशासन की ओर से राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में तैनात की गई हैं, जो लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही हैं। प्रभावित लोगों के लिए राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां भोजन, पानी, और आवश्यक दवाइयों की व्यवस्था की जा रही है। जिलाधिकारी डॉ. बी.के. सिंह ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया।
बाढ़ के कारण कई इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है। बिजली के खंभे गिरने और ट्रांसफार्मरों के पानी में डूब जाने से विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है। लोग पीने के पानी के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं, क्योंकि जलभराव के कारण हैंडपंप और ट्यूबवेल बंद हो गए हैं।
सरकार ने जनता से अपील की है कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में न जाएं और प्रशासन द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का पालन करें। प्रशासन ने आपदा के इस समय में संयम बनाए रखने और एकजुट होकर इस संकट का सामना करने की अपील की है।
प्रशासन द्वारा बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सतर्कता बरती जा रही है। जलस्तर की नियमित निगरानी की जा रही है, और यदि स्थिति और बिगड़ती है तो और भी राहत कार्यों को तेज किया जाएगा। लोगों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के संपर्क में रहें।
इस बीच, बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए दान और सहयोग की अपील भी की गई है। विभिन्न सामाजिक संगठनों ने राहत कार्यों में सहायता के लिए आगे आने का संकल्प लिया है।
फर्रुखाबाद में बाढ़ की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है, और अगले कुछ दिनों में भारी बारिश की संभावना है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी है। बाढ़ की स्थिति को लेकर प्रशासन लगातार निगरानी कर रहा है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।