
फर्रुखाबाद। जिले में लगने वाले अपरा काशी मेला श्री राम नगरिया में इस बार अव्यवस्थाओं का बोलबाला ऐसा है कि साधु-संतों से लेकर पुलिस प्रशासन तक सभी मेला प्रशासन को कोस रहे हैं।मेला प्रशासन की खामियों के चलते इस बार साधु-संत इतने नाराज हुए कि उन्होंने मेला उद्घाटन अलग से किया। वहीं, कल्पवासियों और पुलिस कर्मियों को भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।मेले में सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात पुलिस कर्मियों के साथ प्रशासन द्वारा बुरी तरह से खिलवाड़ किया जा रहा है।मेला क्षेत्र में बने पुलिस कोतवाली के टेंट से पानी टपक रहा है। पुलिसकर्मी जमीन पर सोने को मजबूर हैं, और उनके लिए रजाई-गद्दे तक उपलब्ध नहीं कराए गए। कई पुलिसकर्मी अपने गद्दे और रजाई खुद लेकर आए हैं।
पूरे मेला क्षेत्र में केवल एक हैंडपंप है, जिसका उपयोग महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों को नहाने, कपड़े धोने, और बर्तन धोने के लिए करना पड़ता है। नहाने के लिए कोई अलग चेंबर नहीं है, जिससे महिला और पुरुष दोनों को खुले में नहाना पड़ रहा है। शौचालय की स्थिति भी दयनीय है, और उनके स्थान निर्धारण में कोई व्यवस्था नहीं है।
पुलिसकर्मियों को मोबाइल और वॉकी-टॉकी चार्ज करने की सुविधा तक नहीं दी गई है, जिससे सुरक्षा व्यवस्था बाधित हो रही है।
रात में टेंट से पानी टपकने के कारण पुलिसकर्मियों की वर्दी और गद्दे भीग जाते हैं। नीचे बिछाई गई दरियां गीली हो जाती हैं, जिससे कई पुलिसकर्मियों को सर्दी लगने और बीमार होने की शिकायत हो रही है।
मेला प्रशासन की अव्यवस्था और लापरवाही ने न केवल साधु-संतों और कल्पवासियों को बल्कि सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिसकर्मियों को भी निराश कर दिया है। यह स्थिति दर्शाती है कि इस बार मेला प्रशासन व्यवस्थाओं को लेकर कितनी लापरवाह रहा है।
मेला श्री राम नगरिया में व्यवस्थाओं की दुर्दशा ने श्रद्धालुओं के साथ-साथ पुलिस प्रशासन को भी भारी असुविधा में डाल दिया है। सवाल यह है कि इन समस्याओं का समाधान कब होगा?