यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रूखाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बावजूद, स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए पूर्व के प्रयास ठंडे पड़ते नजर आ रहे हैं। जिले में अवैध अस्पतालों का मकडज़ाल एक बार फिर फैलने लगा है, और स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन इन पर लगाम कसने में असमर्थ दिख रहे हैं।
हाल ही में बंद हुआ महादेव हॉस्पिटल फिर से बिना पंजीकरण के संचालित हो रहा है। इस अस्पताल के संचालक पंकज शंखवार, जो पहले एक निजी अस्पताल में कंपाउंडर का काम करते थे, अब खुद को डॉक्टर कहने लगे हैं। महादेव हॉस्पिटल में पहले एक महिला की मृत्यु के बाद अस्पताल को बंद कर दिया गया था, और स्वास्थ्य विभाग ने इसे सील किया था। लेकिन अब यह अस्पताल फिर से चालू हो गया है, और इसमें न तो नर्सिंग स्टाफ है, न ही अन्य आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं।
ऐसे में यह साफ दिखाई दे रहा है कि अवैध अस्पताल संचालक विभागीय कार्रवाई के बावजूद निर्भय होकर अपना काम जारी रखे हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ढिलाई और इन अवैध अस्पतालों पर लगाम न लगा पाने की असमर्थता जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ का प्रतीक बनती जा रही है।