यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। जिले के फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के ग्राम महरूपुर सहजू में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें मिट्टी निकालते समय मजदूर के ऊपर टीले का बड़ा हिस्सा गिर गया। इस घटना में लखमीपुर निवासी 30 वर्षीय धर्मवीर गंभीर रूप से घायल हो गए। धर्मवीर किसी निजी कार्य के लिए महरूपुर सहजू गांव के पास मिट्टी के टीले से मिट्टी निकाल रहे थे। इसी दौरान टीले का एक बड़ा हिस्सा अचानक ढह गया और वह मिट्टी के मलबे में दब गए। मिट्टी का विशाल भाग गिरने से मौके पर मौजूद अन्य मजदूरों और स्थानीय ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में सभी ने मिलकर मिट्टी को हटाने का काम शुरू किया। कड़ी मशक्कत के बाद धर्मवीर को मलबे से बाहर निकाला गया। घटना इतनी गंभीर थी कि धर्मवीर काफी देर तक मिट्टी में दबे रहे, जिससे उनकी हालत बिगड़ गई।
मिट्टी से बाहर निकालने के तुरंत बाद धर्मवीर को एंबुलेंस द्वारा जिला अस्पताल डॉ. राम मनोहर लोहिया लाया गया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें तुरंत प्राथमिक उपचार दिया। डॉक्टरों के अनुसार, धर्मवीर की हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें निगरानी में रखा गया है। मलबे के भारी दबाव के कारण उनके शरीर पर कई जगह गंभीर चोटें आई हैं, और उनके जल्द ठीक होने की संभावना पर फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता।
घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने बताया कि यह इलाका मिट्टी खोदने के लिए जाना जाता है और अक्सर लोग यहां से मिट्टी ले जाते हैं। हालांकि, टीले का ढहना इस इलाके में पहली बार नहीं हुआ है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
हादसे की जानकारी मिलने पर स्थानीय प्रशासन भी हरकत में आ गया। फतेहगढ़ कोतवाली की पुलिस टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मजदूर की हालत को देखते हुए अभी कोई विस्तृत बयान नहीं लिया जा सका है, लेकिन घटना की पूरी जांच की जाएगी। स्थानीय प्रशासन ने इस इलाके में मिट्टी निकालने के दौरान सुरक्षा उपायों को लेकर भी सख्त कदम उठाने का भरोसा दिलाया है।
यह घटना एक बार फिर से स्थानीय सुरक्षा उपायों और मजदूरों की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है। बिना सुरक्षा उपकरणों और मानकों का पालन किए बिना मजदूरों का इस तरह जोखिम उठाना, प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों की लापरवाही को दर्शाता है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि टीले की स्थिति का आकलन करके मिट्टी निकालने का कार्य किया जाता, तो इस प्रकार की दुर्घटना टाली जा सकती थी। फिलहाल, धर्मवीर का इलाज जिला अस्पताल में जारी है, और डॉक्टरों की टीम उनकी गंभीर हालत पर लगातार नजर बनाए हुए है।